Low sperm count: कम स्पर्म काउंट एक ऐसी स्थिति है जिसमें पुरुष के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या सामान्य से कम होती है. सामान्य स्पर्म काउंट (sperm count increase) प्रति मिलीलीटर 15 मिलियन से 200 मिलियन होती है. अगर किसी पुरुष के स्पर्म में प्रति मिलीलीटर 15 मिलियन से कम शुक्राणु होते हैं, तो उसे कम स्पर्म काउंट (erectile dysfunction) माना जाता है. पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने से उनके पिता बनने की संभावना कम हो जाती है.
स्पर्म काउंट जितना कम होगा, गर्भधारण की संभावना उतनी ही कम होगी. स्पर्म काउंट कम होने के कई कारण (causes of low sperm count) हो सकते हैं, जिसमें से एक है फोलेट. यह एक विटामिन बी है, जो सेल्स ग्रोथ और विकास के लिए महत्वपूर्ण है. फोलेट (folate deficiency) के कम लेवल को स्पर्म काउंट और गतिशीलता में कमी से जोड़ा गया है. इसके अलावा, कुछ और फैक्टर हैं, जिसके कारण स्पर्म काउंट कम हो जाते हैं, जैसे-आयु: स्पर्म काउंट उम्र के साथ स्वाभाविक रूप से कम होता जाता है.स्वास्थ्य समस्याएं: कुछ स्वास्थ्य समस्याएं (डायबिटीज और टेस्टिकल कैंसर) स्पर्म काउंट को प्रभावित कर सकती हैं.दवाएं: एंटीबायोटिक्स और स्टेरॉयड जैसी दवाएं स्पर्म काउंट को प्रभावित कर सकती हैं.लाइफस्टाइल: धूम्रपान, शराब का अधिक सेवन और मोटापा स्पर्म काउंट को प्रभावित कर सकता है.|
स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए क्या खाएं? (foods to increase sperm count)
जिंक (zinc rich foods)जिंक एक मिनरल है जो स्पर्म उत्पादन के लिए आवश्यक है. यह स्पर्म के निर्माण और विकास में मदद करता है. कद्दू के बीज, मूंगफली, मेथी दाना, टमाटर और सीप जिंक से भरपूर होते हैं.
फोलिक एसिड (folic acid)फोलिक एसिड एक विटामिन बी है जो स्पर्म उत्पादन के लिए भी आवश्यक है. यह स्पर्म के निर्माण और विकास में मदद करता है. हरी पत्तेदार सब्जियां (जैसे कि पालक, ब्रोकोली और काले), आलू, बीन्स और टमाटर.
सेलेनियमसेलेनियम एक मिनरल है जो स्पर्म काउंट बढ़ाने में मदद करते हैं. टूना, सैल्मन, चिकन, ब्रोकोली और अंड में सेलेनियम पाया जाता है.
विटामिन सी (vitamin c rich foods)विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है जो स्पर्म को नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है. संतरे, ब्रोकोली, लाल व हरी मिर्च और टमाटर में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है.
विटामिन ई (vitamin e rich foods)विटामिन ई एक एंटीऑक्सीडेंट है जो स्पर्म को नुकसान से बचाने में भी मदद कर सकता है. यह स्पर्म के निर्माण और विकास में भी मदद करता है. बादाम, अखरोट, जैतून का तेल और पालक में विटामिन ई पाया जाता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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