Deepak Chahar: भारतीय तेज गेंदबाज दीपक चाहर पिछले कुछ समय से क्रिकेट मैदान से दूर हैं, लेकिन अब वह वापसी को तैयार हैं. उनकी निगाहें इस साल के अंत में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप पर लगी हुई हैं. पिता के ‘ब्रेन स्ट्रोक’ के कारण वह दिसंबर में साउथ अफ्रीका के भारत दौरे और फिर इसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ घरेलू टी20 इंटरनेशनल सीरीज में भी नहीं खेल पाए. अब चाहर ने खेलें की इच्छा जाहिर करते हुए कहा है कि वो पूरी तरह से फिट हैं और क्रिकेट मैदान पर वापसी करने के लिए तैयार हैं. 
पिछले कुछ समय से पिता के साथ चाहर चाहर ने PTI से बातचीत में कहा, ‘मैं अपने पिता की वजह से ही यहां हूं, जो भी मैंने हासिल किया है वो अपने पिता की वजह से ही हासिल किया. इस हालत में अगर उनके पास नहीं हूं तो मैं कैसा बेटा हूं?’ उन्होंने आगे कहा, ‘अगर यह सीरीज भारत में होती तो मैं निश्चित रूप से खेलने की कोशिश करता, क्योंकि अगर जरूरत होती तो मैं चार-पांच घंटे में अस्पताल पहुंच सकता था, लेकिन साउथ अफ्रीका से दो तीन दिन वापस आने में लगते. तो मेरे लिए आसान फैसला अपने पिता के साथ रहने का था, कोई भी बेटा ऐसा करेगा.’ 
T20 वर्ल्ड कप टीम में जगह बनाने पर नजरें  
चाहर ने कहा कि उन्हें फिटेनस संबंधित वर्कआउट के अलावा ट्रेनिंग का ज्यादा समय नहीं मिला तो वह तैयारी के लिए एनसीए में चले गए, क्योंकि उनकी निगाहें भारत की टी20 वर्ल्ड कप टीम में जगह बनाने पर लगी हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं 25 दिन तक अपने पिता के साथ अस्पताल में था. वह आगरा में नहीं अलीगढ़ में थे. हम सभी को उनके साथ वहीं रुकना था. मैं बस कुछ व्यायाम ही कर पाता था. मैं कोई भी क्रिकेट गतिविधि नहीं कर रहा था इसलिए मैं अफगानिस्तान सीरीज के लिए तैयार नहीं था. मैंने एक महीने से अभ्यास नहीं किया था.’ 
अब पूरी तरह फिट हूं…  
इस ऑलराउंडर ने कहा, ‘मैं एनसीए गया और अभ्यास शुरू किया. मैं अब पूरी तरह फिट हूं. सब ठीक है और मैंने आईपीएल और वर्ल्ड कप के लिए कड़ी ट्रेनिंग की है. मैं चोटों के कारण दो टी20 वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाया. अगर मैं पूरी तरह फिट होता तो मैं वर्ल्ड कप टीम का भी हिस्सा होता. किसी भी टीम संयोजन में हमेशा ऐसे गेंदबाज की जरूरत होती है तो जो सातवें, आठवें और नौवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सके. मैंने ऐसा किया है और भारतीय टीम के लिए रन बनाए हैं.’ 
धोनी को लेकर दिया बयान 
चाहर का महेंद्र सिंह धोनी से विशेष लगाव है और उनका कहना है कि उनके करियर को निखारने और इसे लंबा करने में चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान का ही हाथ है. वह नहीं चाहते हैं कि यह महान क्रिकेटर संन्यास लें, बल्कि उन्हें दो तीन साल और खेलना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मुझे उनके (धोनी) साथ सहज होने में दो तीन साल लगे, मैं उन्हें बड़ा भाई मानता हूं और वह भी मुझसे छोटे भाई की तरह बर्ताव करते हैं. लॉकडाउन के समय में हमने साथ में काफी पबजी खेला. हमने काफी गेम खेले. मैं भाग्यशाली हूं कि उनसे इतना कुछ सीखा. मैं कहूंगा कि उनकी वजह से ही मुझे भारत के लिए खेलने का मौका मिला, क्योंकि इससे पहले उन्होंने 2018 आईपीएल में सभी 14 मैच खेलने का बड़ा मौका दिया था.’ 
रिटायरमेंट का फैसला उनका है
धोनी पिछले एक साल से घुटने की चोट से जूझ रहे हैं. चाहर का कहना है कि उन्हें अपने करियर के इस पड़ाव पर चेन्नई सुपरकिंग्स की अतिरिक्त जिम्मेदारी लेने से बचना चाहिए और अपने खेल का लुत्फ उठाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘वह पूरी तरह उबर गए हैं और मुझे लगता है कि उन्हें दो तीन साल और खेलना चाहिए, लेकिन यह उनका फैसला है. उन्होंने सभी को कहा कि वह चेन्नई में अपना अंतिम मैच खेलेंगे. मुझे लगता है कि सिर्फ वही फैसला करेंगे. हमारे लिए उनके बिना सीएसके के लिए खेलना मुश्किल होगा. हर किसी ने सीएसके को हमेशा माही भाई के साथ देखा है.’



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