लखनऊ: भारत-नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों की अलर्टता बढ़ी है. नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल और Gen Z प्रदर्शन के बाद भारत-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी के जवान अलर्ट पर हैं. नेपाल से भारत आने वाले सभी व्यक्तियों पर पैनी नजर रखी जा रही है. पिछले 15 वर्षों में बॉर्डर क्षेत्र के कुछ विशेष समुदायों की जनसंख्या में वृद्धि देखी गई है, जिसे जानकार ‘डेमोग्राफिक चेंज की साजिश’ बता रहे हैं।
नेपाल में प्रदर्शन और जेल से फरार कुछ कैदियों ने भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान एसएसबी के जवानों को इस घुसपैठ पर शक हुआ और कुछ लोगों को दबोच लिया. घंटों पूछताछ के बाद पता चला कि ये नेपाल की जेल से भागे हुए कैदी थे, जिन्हें बाद में नेपाल आर्मी को सौंप दिया गया. इस घटना ने भारत-नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों को और भी अलर्ट कर दिया है।
इसके अलावा, इस साल फरवरी महीने में आयकर विभाग की लखनऊ इकाई की गोपनीय रिपोर्ट में दावा किया गया कि सीमावर्ती जिलों में ‘राष्ट्र-विरोधी ताकतें’ काफी सक्रिय हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर आदि जिलों में मुस्लिम आबादी बढ़ रही है जबकि हिंदू आबादी घट रही है. आर्थिक चोट पहुंचाने की भी कोशिशें की जा रही हैं।
इस रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार की जांच एजेंसियां ही नहीं, उत्तर प्रदेश की एजेंसी भी सक्रिय हो गई. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि बेहद सुनियोजित तरीके से मुस्लिम समुदाय के लोगों को सीमावर्ती इलाकों में बसाया जा रहा है. यह कृत्य करीब 15 साल से जारी होने की वजह से इन इलाकों की डेमोग्राफी में भी बदलाव देखा गया है।
बता दें, आयकर विभाग ने रक्सौल, रुपैडीहा, बढ़नी, कोयलाबासे जैसे सीमावर्ती इलाकों में छापे भी मारे थे. इन दावों में कितनी सच्चाई है इसका पता लगाने के लिए हमारी टीम ने जमुनहा गांव में स्थानीय लोगों से बातचीत की. जमुनहा गांव में स्थानीय लोगों ने स्वीकार किया कि आबादी बढ़ी है. रंजीत बोझा गांव के स्थानीय लोगों ने ऐसा दावा किया है कि गांव में मुस्लिम आबादी लगभग 100% बढ़ी है. छांगुर बाबा द्वारा अवैध धर्मांतरण, देश को आर्थिक चोट पहुंचना समेत इंडो-नेपाल बॉर्डर पर देश विरोधी ताकतों का एक्टिव होने की बात जैसे ही सामने आई उत्तर प्रदेश सरकार एक्टिव हो गई.
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है और अवैध मदरसे व मस्जिदों पर बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया है. सीमावर्ती इलाकों में पुलिस व गुप्तचर टीमों द्वारा पेट्रोलिंग में वृद्धि हुई है. जनवरी 2025 से अब तक तस्करी और एनडीपीएस (नार्कोटिक ड्रग्स) मामलों में 100 से अधिक FIR दर्ज की गई हैं. एसपी बहराइच, डीपी तिवारी ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर हर गतिविधि पर उत्तर प्रदेश पुलिस और एसएसबी जवानों की पैनी नजर है। डेमोग्राफिक बदलाव के आरोपों की जांच हमारी एजेंसियां कर रही हैं।
इस पूरे मामले में सुरक्षा एजेंसियों की अलर्टता बढ़ने के बाद भारत-नेपाल बॉर्डर पर स्थिति काफी संवेदनशील हो गई है. इस मामले की जांच जारी है और सुरक्षा एजेंसियां हर गतिविधि पर पैनी नजर रख रही हैं.