Mithun Chakraborty was hospitalized after chest pain know what causes chest pain and when to go to the doctor | Chest Pain: सीने में दर्द की अनदेखी करना हो सकता है खतरनाक, जानें कब जाएं डॉक्टर के पास

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Mithun Chakraborty was hospitalized after chest pain know what causes chest pain and when to go to the doctor | Chest Pain: सीने में दर्द की अनदेखी करना हो सकता है खतरनाक, जानें कब जाएं डॉक्टर के पास



बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को शनिवार को सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है और उनकी स्वास्थ्य स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है. हालांकि, सीने में दर्द आम समस्या है और उसके कई कारण हो सकते हैं. आज हम इसी विषय पर बात करेंगे.
सीने में दर्द गंभीर हो सकता है या फिर हल्का, तेज या धीरे-धीरे बढ़ने वाला. यह कुछ सेकंड, मिनट या फिर घंटों तक रह सकता है. दर्द का नेचर और गंभीरता के आधार पर यह जरूरी है कि आप समझें कि क्या ये सामान्य है या डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता है.सीने में दर्द के सामान्य कारण
मांसपेशियों में खिंचाव या मोचकई बार झुकने, उठाने या तेज एक्सरसाइज करने से सीने की मांसपेशियों में खिंचाव या मोच आ सकती है. यह हल्का या तेज दर्द हो सकता है, जो सांस लेने से बढ़ सकता है.
एसिडिटी या अपचपेट का एसिड भोजन नली में वापस आने से सीने में जलन या दर्द हो सकता है. अक्सर खाने के बाद, लेटते समय या झुकते समय यह दर्द बढ़ जाता है.
खाना फंसनाकुछ लोगों को खाते समय खाना हवा की नली में चला जाता है, जिससे सीने में खराश या दर्द हो सकता है. सांस लेने में तकलीफ और घबराहट भी महसूस हो सकती है.
घबराहट या चिंतातनाव या घबराहट के कारण भी सीने में दर्द हो सकता है. सांस लेने में तेजी, पसीना आना और चक्कर आना इसके अन्य लक्षण हो सकते हैं.
डॉक्टर के पास कब जाएं- दर्द तेज हो और दवा लेने के बाद भी कम न हो.- दर्द के साथ सांस लेने में तकलीफ हो, सीने में जकड़न हो या पसीना आ रहा हो.- दर्द गंभीर और अचानक से शुरू हो और जबड़े, गर्दन या हाथ तक फैल रहा हो.- खाना फंसने के कारण सीने में दर्द के साथ सांस लेने में तकलीफ या घबराहट हो.- आपको दिल की बीमारी, अस्थमा या फेफड़ों की बीमारी है और सीने में दर्द हो रहा है.
अपनी सेहत को मजबूत बनाए रखें- हेल्दी डाइट लें और नियमित व्यायाम करें.- तनाव कंट्रोल करने तकनीक सीखें और प्रैक्टिस करें.- धूम्रपान न करें और शराब का सेवन सीमित करें.- नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाएं.



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