ग्रेटर नोएडा ट्रेड शो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया स्टॉलों का निरीक्षण
ग्रेटर नोएडा में चल रहे इंटरनेशनल ट्रेड शो के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदर्शनी का हिस्सा बने. उन्होंने यहां विभिन्न स्टॉलों का दौरा किया और प्रदर्शकों से नई तकनीकों एवं उत्पादों की जानकारी ली. प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर विभिन्न स्टॉलों का दौरा किया और प्रदर्शकों से नई तकनीकों एवं उत्पादों की जानकारी ली. उन्होंने यहां विभिन्न स्टॉलों का दौरा किया और प्रदर्शकों से नई तकनीकों एवं उत्पादों की जानकारी ली.
शो में सबसे ज्यादा ध्यान खींचा अत्याधुनिक ड्रोन ने जिसका इस्तेमाल ऑपरेशन सिन्दूर में किया गया था. प्रधानमंत्री मोदी ने इस ड्रोन के तकनीकी पहलुओं, इसकी क्षमता और इस्तेमाल के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की. आगंतुकों ने भी ड्रोन की खूब सराहना की. इसे भारत की बढ़ती तकनीकी क्षमता का प्रतीक बताया गया.
राफे एमफिबर का योगदान
डिफेंस सेक्टर से जुड़ी कंपनी राफे एमफिबर की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (मार्केटिंग) पूजा मिश्रा ने बताया कि कंपनी के सभी प्रोडक्ट मिलिट्री सपोर्ट को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं. यहां प्रदर्शित ड्रोन न सिर्फ रक्षा कार्यों में बल्कि लॉजिस्टिक्स में भी अहम भूमिका निभा सकते हैं. खासतौर पर बॉर्डर और दुर्गम इलाकों में ये दवाइयां, राशन और हथियार जैसी जरूरी सामग्री पहुँचाने में सक्षम हैं.
पूजा मिश्रा के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी उनके स्टॉल पर खुद आए और रोबोट वर्ल्ड ड्रोन तथा अन्य तकनीकों के बारे में जानकारी ली. कंपनी अपनी अधिकतर तकनीकें इन-हाउस विकसित कर रही है. यही प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के विज़न को आगे बढ़ाने का प्रयास है.
एमआर20 बना आकर्षण का केंद्र
कंपनी का MR20 ड्रोन भी प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण रहा. यह पूरी तरह ऑटोनॉमस ड्रोन है, जिसे एक बार प्रोग्राम करने के बाद यह गंतव्य तक पहुँच कर अपना कार्य पूरा करता है और स्वतः वापस लौट आता है। यही ड्रोन ऑपरेशन सिन्दूर में भी इस्तेमाल किया गया था. पूजा मिश्रा ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए अब शंखनाद हो चुका है. हम यूपी के गांवों में आर्थिक रूप से कमजोर और विधवा महिलाओं को स्किल डेवलपमेंट से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रहे हैं.
कई ड्रोन मॉडल प्रदर्शित
राफे एमफिबर के स्टॉल पर MR10-X8, MR-20, नीरज, भारत सर्विलेंस उव समेत कई अत्याधुनिक ड्रोन प्रदर्शित किए गए. कंपनी का कहना है कि हर ड्रोन का अलग-अलग उपयोग है और ये रक्षा से लेकर नागरिक जरूरतों तक कई क्षेत्रों में क्रांति ला सकते हैं.

