अगर आपके बच्चे को लंबे समय तक हाथ या पैरों में दर्द की शिकायत रहती है, खासकर रात के समय या एक्टिविटी के बाद दर्द बढ़ जाता है, तो इसे मामूली न समझें. यह हड्डी के कैंसर यानी ऑस्टियोसारकोमा (Osteosarcoma) का संकेत हो सकता है. एक नई स्टडी के मुताबिक, बच्चों और किशोरों में बोन कैंसर का डायग्नोसिस अन्य बीमारियों की तुलना में काफी देर से होता है, जिससे इलाज और रिकवरी दोनों मुश्किल हो जाती हैं.
यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम के वैज्ञानिकों ने करीब 2,000 बच्चों के डेटा का विश्लेषण किया और पाया कि औसतन बोन कैंसर के डायग्नोसिस में 12.6 हफ्ते का समय लग जाता है, जबकि कुछ मामलों में यह अवधि 6 साल तक की भी रही. खासकर 15 से 18 वर्ष की उम्र के किशोरों को सबसे ज्यादा इंतजार करना पड़ता है. इससे कैंसर शरीर में और फैल सकता है और इलाज मुश्किल हो जाता है.
बोन कैंसर के लक्षणबोन कैंसर के लक्षण उम्र और स्थिति के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य संकेतों में शामिल हैं:* हाथ या पैरों की हड्डियों में लगातार दर्द* सूजन या गांठ का बनना* रात में या फिजिकल एक्टिविटी के बाद दर्द बढ़ जाना* बिना किसी कारण के हड्डी का टूटना
ऑस्टियोसारकोमा क्यों होता है?इस कैंसर का सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह डीएनए में बदलाव के कारण हो सकता है. यह बदलाब आमतौर पर जेनेटिक नहीं होते, बल्कि अपने आप हो जाते हैं. कुछ बच्चों में रेडिएशन थेरेपी, कैंसर से जुड़ी जेनेटिक बीमारियां, लंबा कद, और पुरुष होना जैसे फैक्टर्स रिस्क को बढ़ा सकते हैं.
डायग्नोसिस और इलाजडॉक्टर एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन, ब्लड टेस्ट और बोन स्कैन जैसी जांचों के जरिए कैंसर की पुष्टि करते हैं. शुरुआती पहचान से इलाज आसान होता है, जिसमें कीमोथेरेपी, सर्जरी और रेडिएशन शामिल हो सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.