उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के रोहनिया थाना क्षेत्र में स्थित एक गोदाम में बुधवार को छापेमारी के दौरान लगभग दो करोड़ रुपये मूल्य के कोडिन युक्त प्रतिबंधित कफ सिरप की 93 हजार शीशियां बरामद की गईं. पुलिस उपायुक्त (वरुणा जोन) प्रमोद कुमार ने बताया कि प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने भदवर इलाके में छापेमारी के दौरान यह बरामदगी की. इस सिरप का इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है. कुमार ने बताया कि एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. गोदाम के मलिक महेश सिंह को पकड़ने के लिए टीम बनाई गई है. इसके अलावा औषधि विभाग और एएनटीएफ की टीम को भी बुलाया गया है.
उन्होंने बताया कि बरामद उत्पाद में दो ब्रांड के कफ सिरप की बोतलें हैं और दोनों ब्रांड में कोडिन की मात्रा है. कुमार ने बताया कि बरामद किए गए कफ सिरप की खेप गाजिबाद से चंदौली ले जाई जानी थी. जिम के नीचे बने गोदाम में सिरप रखी हुई थी. पुलिस, ड्रग विभाग और ANTF की टीम की संयुक्त कार्रवाई में यह बरामदगी हुई है. पुलिस मौके पर जांच पड़ताल में जुट गई है. आशंका जताई जा रही है कि 100 करोड़ के कफ सिरप कांड के सरगना से इस बरामदगी के तार जुड़े हो सकते हैं. एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
बता दें कि 100 करोड़ रुपये के कफ सिरप मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन हो चुका है. नेक्सस की जांच और प्रतिबंधित सिरप के सरगनाओं के लिए एसआईटी गठित हुई है. नशे में प्रयुक्त होने वाले कफ सिरप के 26 फार्मों के खिलाफ वाराणसी में मुकदमा दर्ज हो चुका है. राजस्थान, झारखंड, पंजाब, दिल्ली सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बिहार और बंगाल तक फैला है सिंडिकेट. सिंडिकेट के सरगना शुभम जायसवाल के खिलाफ भी दर्ज है वाराणसी और गाजियाबाद में मुकदमा.

