ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए YEIDA ने नई कार्ययोजना तैयार की
ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने अपने औद्योगिक क्षेत्रों में लंबित परियोजनाओं को गति देने के लिए नई कार्ययोजना तैयार की है. प्राधिकरण ने सेक्टर-28, 29, 32 और 33 में स्थापित किए जा रहे औद्योगिक पार्कों एमएसएमई पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, अपैरल पार्क और टॉय पार्क में भूमि आवंटन प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय लिया है. इन औद्योगिक पार्कों में लीज डीड, मानचित्र स्वीकृति और निर्माण की प्रक्रिया पिछले तीन महीनों से अधिक समय से रुकी हुई थी, जिसके कारण कई निवेशक अपनी परियोजनाएं शुरू नहीं कर पाए थे. प्राधिकरण के अनुसार, कई भूखंडधारकों को भूमि आवंटित होने के बावजूद औद्योगिक गतिविधियां शुरू नहीं हो सकी हैं।
इस स्थिति को सुधारने के लिए YEIDA ने विशेष अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है. ये अधिकारी संबंधित पार्कों में आवंटित भूखंडों पर शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ करवाने, इंजीनियरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और डेवलपमेंट (EID) कार्यों की गुणवत्ता की निगरानी करने तथा परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से प्राधिकरण को सौंपने का कार्य करेंगे. प्राधिकरण द्वारा जारी नोट में कहा गया है कि जिन औद्योगिक पार्कों में भूमि सीमित है, वहां भूखंडों की उपलब्धता और उपयोग सुनिश्चित करना प्राथमिकता होगी. इसके साथ ही यह भी देखा जाएगा कि कोई भी भूखंड आवंटित होने के बाद लंबे समय तक निष्क्रिय न रहे. अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि सभी औद्योगिक इकाइयां नियत समय सीमा के भीतर अपने निर्माण कार्य की शुरुआत करें और निवेश प्रस्तावों को जल्द मूर्त रूप दिया जाए.
YEIDA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि प्राधिकरण औद्योगिक विकास की प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति लाने के लिए प्रतिबद्ध है. उनका कहना है कि नई कार्ययोजना लागू होने से न केवल निवेशकों को सुविधा मिलेगी, बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी तेजी से सृजित होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि हर अधिकारी से नियमित समीक्षा बैठक के दौरान रिपोर्ट ली जाएगी और लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. YEIDA की यह पहल क्षेत्र में औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने और ग्रेटर नोएडा को एक प्रमुख विनिर्माण हब के रूप में विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.

