Last Updated:August 25, 2025, 12:06 ISTAgra News: विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद चाहर ने बताया कि विद्यालय कई वर्षों से किराए के भवन में संचालित हो रहा है. यहां कुल 9 शिक्षक, चौकीदार और चपरासी सहित 16 स्टाफ तैनात है. भवन की जर्जर स्थिति के कारण एडम…और पढ़ेंरिपोर्ट/आदित्य मुदगल आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले का एक सरकारी विद्यालय किसी अजूबे से कम नहीं है. यहां महज 10 से 12 विद्यार्थी प्रतिदिन पढ़ाई के लिए आते हैं, जबकि स्कूल में लगभग 100 छात्र पंजीकृत हैं. विद्यालय का भवन पूरी तरह से जर्जर स्थिति में है और बच्चों का भविष्य भी इसी खराब व्यवस्था की वजह से प्रभावित हो रहा है. इस विद्यालय में 13 शिक्षक तैनात हैं.
आगरा शहर के फुलहटी चौराहा पर स्थित रुक्मणि देवी मॉडल उच्च माध्यमिक विद्यालय में छात्रों के बैठने के लिए क्लासरूम तक उपलब्ध नहीं है. बच्चों को बरामदे में बैठाकर पढ़ाया जाता है. विद्यालय का भवन जर्जर हो चुका है. कागजों में यहां 96 बच्चों का दाखिला है, लेकिन जमीनी हकीकत में प्रतिदिन केवल 10 से 12 बच्चे ही उपस्थित होते हैं. यह विद्यालय कक्षा 1 से 10 तक संचालित है. क्लासरूम के ब्लैकबोर्ड तक टेबल पर रखे हुए है.
कम बच्चों की वजहविद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद चाहर ने बताया कि विद्यालय कई वर्षों से किराए के भवन में संचालित हो रहा है. यहां कुल 9 शिक्षक, चौकीदार और चपरासी सहित 16 स्टाफ तैनात है. भवन की जर्जर स्थिति के कारण एडमिशन कम हो रहे है. 21 अगस्त को विद्यालय में कुल 13 बच्चे उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास जारी है.
होगी कार्रवाई – डीआईओएसजिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) विश्व प्रताप सिंह ने बताया कि क्लासरूम की कमी और भवन की जर्जर स्थिति के कारण बच्चे कम आ रहे है. माता-पिता बच्चों को विद्यालय नहीं भेज रहे है. पूर्व में इस शिकायत पर स्टाफ का वेतन भी रोका गया था और उन्हें व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए सख्त हिदायत दी गई थी. जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि वह जल्द निरीक्षण करेंगे और यदि व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया गया, तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. विद्यालय किराए पर संचालित है और इसका मुकदमा उच्च न्यायालय में विचाराधीन है. जब तक अदालत का कोई निर्णय नहीं आता, विद्यालय परिसर में निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता.Manish Raiकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखते है. बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत हैदराबाद से हुई. डिजिटल में 6 साल से ज्यादा का अन…और पढ़ेंकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखते है. बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत हैदराबाद से हुई. डिजिटल में 6 साल से ज्यादा का अन… और पढ़ेंन्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Agra,Uttar PradeshFirst Published :August 25, 2025, 11:53 ISThomeuttar-pradeshअनोखा है आगरा का यह स्कूल, जहां 13 शिक्षक और केवल 12 बच्चे आते हैं पढ़ने