कॉफी शरीर में मौजूद फैट कम करने में मदद करती है, इसलिए वजन कम करने की चाहत रखने वाले युवाओं के बीच यह काफी लोकप्रिय है. कॉफी पीने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और यह तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है. कॉफी का उत्पादन ज्यादातर लैटिन अमेरिका, सब सहारा, अफ्रीका, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे गर्म क्षेत्रों में होता है. ऐतिहासिक रूप से 17वीं शताब्दी में ईस्ट इंडिया कंपनी और डच ईस्ट इंडिया कंपनी कॉफी की सबसे बड़ी खरीदार बन गई थीं.
कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों के खतरे को कम करने और पाचन में सुधार करने में मदद करते हैं. कॉफी बीन्स के कई प्रकार हैं, जिनमें मुख्य रूप से अरेबिका, रोबस्टा, लिबरिका और एक्सेला शामिल हैं. वहीं, पेय के रूप में एक्सप्रेसो, अमेरिकानो, कैपुचिनो, लाते, मोचा, मैकियाटो, लंगो और रिस्ट्रेटो जैसे कई लोकप्रिय प्रकार मौजूद हैं. हर साल 1 अक्टूबर को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय कॉफी दिवस मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को सम्मानित करना है. यह दिन कॉफी से जुड़े व्यवसायी और इसकी खेती करने वाले किसानों की सराहना करने का एक बहाना है, जिन्होंने इस लोकप्रिय पेय को हम तक पहुंचाया है.
भारत में कॉफी उत्पादन छठे स्थान पर है और भारतीय कॉफी का स्वाद और गुणवत्ता दुनिया भर में काफी अच्छी मानी जाती है. कॉफी पीने से शरीर में मौजूद फैट कम होता है और यह तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है. हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि कॉफी का असर हर व्यक्ति के शरीर पर अलग हो सकता है. इसलिए यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी है, तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करें.