Uttar Pradesh

“मसाला पीसता, पैक करता और बेचने निकल जाता…”, चित्रकूट के ब्रजेश ने कैसे बनाया खुद का ब्रांड, जानें सीक्रेट

चित्रकूट में एक सफल मसाला व्यापारी की प्रेरणादायक कहानी

चित्रकूट जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले ब्रजेश त्रिपाठी की कहानी एक प्रेरणादायक सफलता की कहानी है. उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें आज मसाले की दुनिया में एक बड़ा नाम बना दिया है. ब्रजेश त्रिपाठी आज प्रिया मसाले ब्रांड के सफल व्यापारी हैं, लेकिन उनकी शुरुआत बेहद संघर्षपूर्ण रही.

ब्रजेश ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु के बाद घरेलू समस्याओं और आर्थिक तंगी के चलते उन्हें अपने गांव लौटना पड़ा. गांव आने बाद भी हालात आसान नहीं थे. घर की हालत कमजोर थी. उन्हें मजदूर रखने के पैसे नहीं थे. इसलिए, उन्होंने एक छोटे से किराए के कमरे से मसाले का काम शुरू किया. शुरुआत में पैसे इतने नहीं थे कि मजदूर रख पाएं, इसलिए खुद और अपनी पत्नी के साथ मिलकर मसाले पीसते, पैकिंग करते और फिर खुद ही बाजार में बेचने निकल जाते थे.

उनका कहना है कि यह सफर आसान नहीं था, क्योंकि इलाके में पहले से ही बड़े मसाला कारोबारियों की पकड़ मजबूत थी. लेकिन मैंने हार नहीं मानी. मैंने अपने मसालों की क्वालिटी पर ध्यान दिया और जो भी एक बार हमारे मसालों का स्वाद लेता, वह दोबारा जरूर हमारे पास आता. इसी भरोसे और विश्वास ने धीरे-धीरे हमने कारोबार को आगे बढ़ाया.

आज प्रिया मसाले न सिर्फ चित्रकूट बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में एक जाना-पहचाना नाम बन चुका है. उनके यहां अब 18 से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं और यह व्यापार लगातार आगे बढ़ रहा है. ब्रजेश त्रिपाठी की यह कहानी सिर्फ व्यापार की नहीं बल्कि जज्बे और आत्मविश्वास की कहानी है. यह साबित करती है कि अगर इंसान ठान ले तो किसी भी कठिनाई को पार करके सफलता हासिल की जा सकती है.

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