Last Updated:June 26, 2025, 13:57 ISTBahraich News: 25 जून 1975 को जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की, उसी दिन बहराइच में सपा के नेता रामतेज यादव के घर एक बच्चे का जन्म हुआ. आज वह बच्चा 50 साल का है और उसका नाम इम…और पढ़ेंBahraich News: सपा नेता ने अपने बेटे का नाम क्यों रखा इमरजेंसी यादव हाइलाइट्सबहराइच के सपा नेता ने अपने बेटे का नाम इमरजेंसी यादव रखा हैजिस दिन देश में आपातकाल लगा उसी दिन बेटा पैदा हुआउस काले दिन याद करते हुए उन्हने अपने बेटे का नाम रख दियाबहराइच. 25 जून 1975 को जनपद बहराइच के एक परिवार में ऐसा कुछ हुआ कि उनके लड़के का नाम ‘इमरजेंसी’ पड़ गया. बहराइच के कैसरगंज विधानसभा के पूर्व सपा विधायक रामतेज यादव के साथ 25 जून 1975 को एक ऐसी घटना हुई कि उनके बेटे का नाम उसी घटना पर रख दिया गया. लोग जब भी उनका नाम लेते हैं, तो कांग्रेस सरकार का वह काला दिन याद आ जाता है, जब देश में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था.रामतेज यादव, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे और समाजवादी पार्टी से पूर्व विधायक भी रह चुके हैं, ने बताया कि 25 जून 1975 को जब कांग्रेस ने पूरे देश में इमरजेंसी लगाई थी, उस दौरान उनकी पत्नी गर्भवती थीं. उसी दिन उन्हें प्रसव पीड़ा होने लगी. रामतेज यादव ने अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. उसी दौरान, 25 जून को ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और एंटी कांग्रेस के लोगों को सरकार जबरन गिरफ्तार करके जेल में डालने लगी थी.
रामतेज यादव को भेजा गया था जेल
रामतेज यादव ने बताया कि फर्जी रेल की पटरी उखाड़ने का आरोप लगाकर उन्हें भी गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था. 25 जून 1975 को अस्पताल में रामतेज यादव की पत्नी ने एक लड़के को जन्म दिया. राजनीतिक सोच के कारण रामतेज ने अपने लड़के का नाम ‘इमरजेंसी’ रख दिया. तब से अब तक रामतेज यादव के लड़के को लोग ‘इमरजेंसी यादव’ के नाम से पुकारते हैं. इमरजेंसी यादव कहते हैं कि 50 साल हो गए, जब लोग नाम के बारे में पूछते हैं कि यह अजीब नाम है, तो उन्हें इंदिरा गांधी के उस काले अध्याय की याद ताज ताजा हो जाती है जब खुद की सरकार बचाने के लिए देश इमरजेंसी लगा दी गई थी.
इस नाम की वजह से मुश्किलों का किया सामना
इमरजेंसी यादव कहते हैं कि इस अजीब नाम की वजह से जीवन में कई बार मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा. जहां कहीं भी जाता हूं लोग इस नाम के पीछे की कहानी पूछने लगते हैं. स्कूल में भी इमरजेंसी नाम की वजह से कई बार परेशानी हुई. लेकिन अब मैं 50 साल का हूं और यही मेरी पहचान है.Amit Tiwariवरिष्ठ संवाददाताPrincipal Correspondent, LucknowPrincipal Correspondent, Lucknow Location :Bahraich,Uttar Pradeshhomeuttar-pradesh25 जून को जन्मा, इसलिए मेरा नाम इमरजेंसी यादव है… लोग पूछते हैं पूरी कहानी