Last Updated:June 23, 2025, 11:47 ISTRed apple cultivation in Saharanpur: अब किसान खेती में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. हर प्रकार की खेती करना अब संभव हो गया है. जिससे किसानों को ज्यादा फायदा मिलने लगा है. कुछ ऐसा ही सहारनपुर के किसान राजेंद्र करके द…और पढ़ेंहाइलाइट्सकिसान राजेंद्र के द्वारा लाल सेब का ट्रायल किया.अब सहारनपुर में बड़े स्तर पर सेब की खेती होगी.15 जुलाई तक सेब पक कर लाल रंग का हो जाएगा.सहारनपुरः विभिन्न प्रकार की खेती करना सहारनपुर के किसान काफी पसंद करते हैं. सहारनपुर के एक किसान ने अपने खेत में हिमालय में होने वाले लाल सेब की खेती की है. जिसको लोग कहते हैं कि यह काफी रसीला और महंगा होता है. किसान ने लगभग 80 से 100 पेड़ सेब के लगाए है. जिन पर अच्छी फ्रुटिंग आ रही है. किसान का कहना है कि यह सेब तब आता है जब हिमालय वाला सेब खत्म हो जाता है. इसलिए इसके दाम अच्छे मिलते है.आपको बता दें की पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाला सेब ठंडे मौसम में आता है और कोल्ड स्टोर में रखने के बाद यहां तक आते-आते उसका दाम कई गुना अधिक हो जाता है. इसलिए किसान राजेंद्र के द्वारा लाल सेब का ट्रायल किया गया जो की सफल रहा और इससे यह साबित भी हो गया कि सहारनपुर में बड़े स्तर पर सेब की खेती की जा सकती है. यहां पर उगने वाला सेब अगस्त महीने में आता है. यानी कि जब अन्य सेब खत्म हो जाता है. तब यहां का सेब आता है जो कि किसान को मालामाल कर सकता है. सहारनपुर का तापमान इस सेब की भी खेती के लिए काफी अच्छा है.
सहारनपुर में लाल सेब की खेतीकिसान राजेंद्र अटल ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि सेब को लेकर लोगों में आम धारणा यह है कि यह सहारनपुर जैसी जलवायु के अंदर पैदा नहीं हो सकता. अभी तक लोग यही सोचते आए है कि सहारनपुर में सेब की खेती यह कैसे हो पाएगा. जब पहाड़ों में रहने वाले कुछ लोग उनके यहां पर पधारे और उन्होंने उनके सेब के पेड़ देखकर कहा है कि हमारे यहां 100 बीघा खेत में तो अभी तक सेब नहीं आया है और आपके यहां पर पेड़ों पर सेब आ रहे है.
टेस्टिंग के लिए सेब के पेड़ लगाएराजेंद्र अटल ने उनको बताया कि यह मौसम का फर्क है. जहां पर ठंडी जलवायु है वहां पर सेब दिसंबर जनवरी में जल्दी आता है और जल्द ही समाप्त हो जाता है. जबकि सहारनपुर में गर्म जलवायु है यहां पर 45 डिग्री पर भी टेस्टिंग के लिए सेब के पेड़ लगाए और पिछले वर्ष 30 से 40 पेड़ों पर सेब भी आना शुरू हो गया. जोकि जून में जाकर पक जाएगा. वही उनके पेड़ों पर आए सेब का स्वाद कश्मीर में होने वाले सेब से भी ज्यादा था.
15 जुलाई तक सेब हो जाएगा तैयारमार्केट में अन्य सेब नहीं होता तो उनके सेब का रेट काफी हाई रहता है. जबकि कश्मीर से कोल्ड स्टोर में रखने के बाद यहां पर सेब आता है जो की चार गुना अधिक महंगा मिलता है. तो अब उनके यहां पर लगे सेब के पेड़ों पर फल आ रहा है और इस बार फल और भी देरी से पकने की उम्मीद है. 15 जुलाई तक सेब पूरे तरीके से पक कर लाल रंग का हो जाएगा.Manish Raiकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या…और पढ़ेंकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या… और पढ़ेंLocation :Saharanpur,Uttar Pradeshhomeagricultureहिमाचल नहीं, अब यूपी में उग रहा लाल सेब, सहारनपुर के किसान ने पाई सफलता