Last Updated:June 06, 2025, 07:21 ISTBahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में फिर से भेड़ियों का आतंक शुरू हो गया है. आलम यह है कि लोग रात भर घर के बाहर पहरा दे रहे हैं.बहराइच में फिर से भेड़िये का आतंक.हाइलाइट्सबहराइच में भेड़ियों का आतंक, ग्रामीण रात में पहरा दे रहे हैं.आठ महीने बाद आदमखोर भेड़िए की वापसी, दो बच्चों की मौत.विधायक ने वन विभाग पर नाराजगी जताई, भेड़िए को जल्द पकड़ने की मांग.बहराइचः यूपी के बहराइच जिले में आठ महीने बाद फिर आदमखोर भेड़िये के लौट आने से खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं. महसी इलाके के ग्रामीण, लाठी डंडे लेकर रात में जागने को मजबूर दिखाई दिए. गदा मार्ग कला के लोग साथ में मासूम बच्चे भी जागते रहो की आवाज लगा कर अपनों को बचाने की कोशिश खुद कर रहे हैं. इलाके के बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह ने रेंजर से पूछा, ‘तुम्हारा या डीएफओ का बच्चा होता तो क्या करते? यह सवाल हर किसी के मन में है कि आखिर कब पकड़ा जाएगा खूंखार भेड़िया? आखिर वन विभाग की टीम के हाथ उस आदमखोर भेड़िए तक कब पहुंचेंगे और कब महसी के बच्चे अपनी मां की गोद में चैन की नींद सो सकेंगे इसका जवाब अभी किसी के पास नहीं है.
लौट आया है भेड़िया?
बीते साल दस बच्चों की जान लेने वाला आदमखोर भेड़िया लगता है फिर वापस लौट आया है और बीते दो महीने में फिर दो बच्चों को सोते समय मां की गोद से उठा ले गया. तलाश करने पर एक बच्चे की गन्ने के खेत के पास लाश मिली, और दूसरा बच्चा गांव के बाहर मिला. दो घटनाओं के बाद अब ग्रामीणों में दहशत फैल गई है और लोग हाथों में लाठी-डंडे लेकर खुद अपने बच्चों की हिफाजत करने के लिए रात को जागते नजर आए. इस बात से नाराज महसी विधान सभा के विधायक सुरेश्वर सिंह ने रेंजर को कड़ी फटकार लगाते हुए पूछा अगर तुम्हारा या डीएफओ का बच्चा मरता तो क्या करते. विधायक ने बताया के इस साल अब तक पांच की जान जा चुकी है. कभी कुत्ता बता देते हो कभी सियार बता देते हो. लोगों की जरा भी फिक्र नहीं है. कई लोगों की मौत हो चुकी. विधायक ने कहा के बीते साल जो पांच भेड़िए पकड़े गए उसे तो प्राइवेट लोगो ने पकड़ा था फॉरेस्ट के लोग क्या कर रहे हैं.
तीन भेड़िए खा रहे थे बच्चे की लाश
उत्तर प्रदेश का बहराइच जिला बीते दो महीने से फिर सुर्खियों में है और इस बार भी वजह बनी है वही आदमखोर भेड़िया. इस साल अप्रैल में एक बच्चे को भेड़िया घर से रात को सोते समय उसकी मां की गोद से उठा ले गया था और उसकी लाश सुबह गांव के बाहर एक खेत के पास मिली थी, और अभी चार दिन पहले भी एक दो साल के मासूम बच्चे आयुष जो अपनी नानी के घर अपनी मां के साथ आया था. रात को मां के साथ सोते समय उसे भी मां की गोद से भेड़िया उठा ले गया. तलाश करने के बाद सुबह इस बच्चे की लाश गन्ने के खेत के पास मिली थी. जिसके दोनों हाथ और एक पैर भेड़िए खा चुके थे. गांव वालों की मानें तो जब बच्चे की लाश के करीब सभी गांव वाले पहुंचे तो बच्चे की लाश को तीन भेड़िए खा रहे थे.
डीएफओ ने कहा- सियार दिखाई दिए थे
लाठी डंडों से गांव वालों ने भेड़िए को किसी तरह वहां से भगाया और उसके बाद पुलिस वा वन विभाग को सूचना दी. मौके पर पहुंचे डीएफओ अजीत प्रताप सिंह वा उनकी टीम ने घटना स्थल की जांच शुरू कर दी. डीएफओ ने बताया के जहां बच्चे की लाश मिली थी उसी के करीब गन्ने के खेत में थर्मल ड्रोन कैमरे से सर्च किया गया तो दो सियार दिखाई दिए. भेड़िए के हमले से बच्चे की मौत खबर इलाके में आग की तरह फैल गई और घटना स्थल पर काफी भीड़ जमा हो गई. मौके पर पहुंची हरदी थाने कि पुलिस ने बच्चे की लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
तीन भेड़ियों का है झुंड?
आठ महीने बाद फिर से आदमखोर भेड़िए की वापसी से ग्रामीण अब दहशत के साए में जीने को मजबूर दिखाई दे रहे हैं. वहीं कुछ ग्रामीण काफी गुस्से में नजर आ रहे हैं. उनका आरोप है के पुलिस वाले आते हैं गाड़ी से और राउंड लगा कर चले जाते हैं. हमारी किसी को कोई परवाह नहीं है. बहराइच जिले की महसी विधान सभा में बीते साल करीब दस बच्चों ने भेड़िए हमले में अपनी जान गंवाई थी और तीन दर्जन के करीब लोग भेड़िए के हमले में घायल भी हुए थे. उस वक्त बताया जा रहा था के 6 भेड़ियों का झुंड है, जिसमें पांच पकड़े गए थे और एक लंगड़ा भेड़िया फरार था. अब आशंका ये जताई जा रही के उसी लंगड़े भेड़िए ने फिर से अपना नया झुंड बना लिया है, जिसमें तीन भेड़िए हैं और सभी ने फिर से मासूम बच्चों पर जानलेवा हमले शुरू कर दिए हैं. इलाके के लोगों की माने तो जब आयुष की तलाश की जा रही थी, तब तीन भेड़िए उसे नोंच कर खा रहे थे, जिससे ये बात साफ हो गई के तीन भेड़ियों का झुंड वापस आ चुका है, जो लगातार मासूम बच्चों पर फिर से हमले कर रहा है.
विधायक हुए नाराज
इस घटना से नाराज महसी विधान के विधायक सुरेश्वर सिंह खुद घटना स्थल पर पहुंचे और इलाके के लोगों से मिल कर उनका हाल जाना साथ ही इस इलाके के रेंजर की जम कर क्लास लगाई विधायक ने डीएफओ के खिलाफ नाराजगी जताते हुए शासन में उनकी शिकायत करने की बात कहते हुए दूसरे डीएफओ को तैनात करने की बात कही है जिससे आदम खोर भेड़िए को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और महसी क्षेत्र के लोगो के दिलों से अपने मासूम बच्चों को खोने का डर खत्म हो जाए. इस घटना के बारे में हमे मृतक आयुष की बुजुर्ग नानी ने बताया, ‘चारपाई पर अपनी मां के साथ आयुष सो रहा था. रात को करीब 12 बजे का वक्त था. तभी हमारी बेटी जोर-जोर से चिल्लाने लगी और वह भेड़िए के पीछे भागी. लेकिन रात के अंधेरे में भेड़िया बच्चे को लेकर गायब हो गया. सुबह उसकी लाश मिली है. दिल दहला देने वाली ये घटना बहराइच जिले के महसी इलाके के हरदी थाना क्षेत्र के गदा मार्ग कला के गढ़ी पुरवा की है.Prashant RaiPrashant Rai is a seasoned journalist with over seven years of extensive experience in the media industry. Having honed his skills at some of the most respected news outlets, including ETV Bharat, Amar Ujala, a…और पढ़ेंPrashant Rai is a seasoned journalist with over seven years of extensive experience in the media industry. Having honed his skills at some of the most respected news outlets, including ETV Bharat, Amar Ujala, a… और पढ़ेंhomeuttar-pradeshचमकीली आंखें, शातिर दिमाग… लौट आया लंगड़ा? बहराइच पर मंडराया भेड़िए का काल