भारत का एक क्रिकेटर ऐसा है जो बल्लेबाजी में बेहद खतरनाक है. हालांकि 25 साल की उम्र में ही इस खिलाड़ी का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है. गेंदबाजों को आतंकित करने वाली बल्लेबाजी के बावजूद इस क्रिकेटर को लंबे समय से भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला है. सेलेक्टर्स इस खिलाड़ी को कोई भाव नहीं दे रहे हैं. ऐसा लगता है कि इस क्रिकेटर को दूध में से मक्खी की तरह बाहर कर दिया गया है. इस खिलाड़ी की बल्लेबाजी में भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग की बल्लेबाजी की झलक भी देखने को मिलती है.
इस बल्लेबाज को आखिरकार मिल गया बड़ा संकेत
तूफानी बल्लेबाजी में माहिर ओपनर पृथ्वी शॉ को पिछले 4 साल से भारत के लिए एक भी इंटरनेशनल मैच खेलने का मौका नहीं मिला है. पृथ्वी शॉ को इस बार भी सेलेक्टर्स ने नजरअंदाज किया है. इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए सेलेक्टर्स ने पृथ्वी शॉ को नहीं चुना. सेलेक्टर्स ने अभिमन्यू ईश्वरन को बैकअप ओपनर के तौर पर चुना है. बता दें कि पृथ्वी शॉ यह साबित कर चुके हैं कि वह बेहद खतरनाक ओपनर हैं. पृथ्वी शॉ की वो पारी भला कौन भूल सकता है, जब उन्होंने 11 जनवरी 2023 को असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में 383 गेंदों पर 379 रन ठोक दिए थे. पृथ्वी शॉ की इस विस्फोटक पारी में 49 चौके और 4 छक्के शामिल रहे.
टीम इंडिया में वापसी नामुमकिन के बराबर!
अच्छी फॉर्म और टैलेंट के बावजूद पृथ्वी शॉ को टीम इंडिया में मौका नहीं दिया जा रहा, जो काफी सवाल खड़े करता है. पृथ्वी शॉ इतनी घातक बल्लेबाजी करते हैं कि उनके सामने विरोधी गेंदबाज भी रहम की भीख मांगते हुए नजर आते हैं. पृथ्वी शॉ अकेले दम पर मैच पलटने का माद्दा रखते हैं. आखिरी बार ये बल्लेबाज साल 2021 में श्रीलंका दौरे पर वनडे और टी20 सीरीज में खेलता नजर आया था. पृथ्वी शॉ को सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग का कॉम्बिनेशन माना जाता है, जिनके पास एक से बढ़कर एक शॉट्स मौजूद हैं. पृथ्वी शॉ ने भारत के लिए 5 टेस्ट मैचों में 339 रन बनाए हैं. पृथ्वी शॉ ने 6 वनडे मैचों में 189 रन बनाए हैं. 79 IPL मैचों में पृथ्वी शॉ ने 1892 रन बनाए हैं. टेस्ट में पृथ्वी शॉ के नाम 1 शतक है.
सेलेक्टर्स क्यों कर रहे नजरअंदाज
सेलेक्टर्स पृथ्वी शॉ जैसे धाकड़ ओपनर को यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल और अभिमन्यू ईश्वरन जैसे टैलेंटेड ओपनिंग बल्लेबाजों के ऑप्शन मौजूद होने की वजह से नजरअंदाज कर रहे हैं. पृथ्वी शॉ मौजूदा समय में दुनिया के सबसे खतरनाक युवा बल्लेबाजों में से एक हैं. फिलहाल यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल और अभिमन्यू ईश्वरन की मौजूदगी के कारण सेलेक्टर्स को पृथ्वी शॉ की जरूरत महसूस नहीं हो रही. ये बल्लेबाज टीम इंडिया का भविष्य है. उनकी बल्लेबाजी ने हर किसी का दिल जीता है.
जिता चुका है वर्ल्ड कप
भारत के मौजूदा टेस्ट कप्तान शुभमन गिल भी 2018 अंडर-19 वर्ल्ड कप में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में खेल चुके हैं, लेकिन मेन टीम इंडिया से अब पृथ्वी शॉ को साइड धकेला जा रहा है. अपनी कप्तानी में 2018 अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने के बाद पृथ्वी शॉ को साल 2018 में ही इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिला था. इस खिलाड़ी ने टीम इंडिया के लिए कई मौकों पर शानदार पारियां भी खेलीं.
तीनों ही फॉर्मेट्स में चली गई जगह
पृथ्वी शॉ भारत के लिए तीनों ही फॉर्मेट्स में क्रिकेट खेल चुके हैं, लेकिन अब तीनों ही फॉर्मेट्स में उनकी जगह छिन गई है. पृथ्वी शॉ ने भारत के लिए 5 टेस्ट मैचों में 339 रन बनाए हैं. इसके अलावा पृथ्वी शॉ ने 6 वनडे मैचों में 189 रन बनाए हैं. भारत के लिए पृथ्वी शॉ ने सिर्फ 1 टी20 इंटरनेशनल मैच खेला है, जिसमें वह खाता भी नहीं खोल पाए. 79 IPL मैचों में पृथ्वी शॉ ने 1892 रन बनाए हैं. पृथ्वी शॉ ने 58 फर्स्ट क्लास मैचों में 4556 रन बनाए हैं, जिसमें 13 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं. पृथ्वी शॉ बेहद आक्रामक बल्लेबाज हैं. पृथ्वी शॉ उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जो टेस्ट क्रिकेट को वनडे क्रिकेट के अंदाज में खेलते हैं. फर्स्ट क्लास मैचों में पृथ्वी शॉ का बेस्ट स्कोर 379 रन है.