बांदा: यूपी में सड़क नेटवर्क को आधुनिक और विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में योगी सरकार लगातार कदम बढ़ा रही है. इसी क्रम में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को वैश्विक मानकों पर तैयार किया जा रहा है. अब इस एक्सप्रेसवे पर चार अत्याधुनिक ई-वे हब बनाए जाएंगे, जो न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएंगे, बल्कि औद्योगिक निवेश और रोजगार को भी गति देंगे.
तीन जिलों में बनेंगे चार ई-वे हब
यूपीईडा के साथ हुई हाल ही की समीक्षा बैठक में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बांदा क्षेत्र पर बनने वाले ई-वे हब की योजना को मुख्य सचिव के समक्ष प्रस्तुत किया गया. इस योजना के अनुसार, हमीरपुर और बांदा में 10-10 हेक्टेयर भूमि पर एक-एक हब विकसित होगा, जबकि जालौन जिले में दोनों ओर दो हब बनाए जाएंगे. कुल 40 हेक्टेयर भूमि इसके लिए चिह्नित की गई है.
यात्रियों को मिलेंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
यूपीईडा द्वारा तैयार कार्ययोजना के तहत प्रत्येक ई-वे हब में पेट्रोल-सीएनजी पंप, ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन, शुद्ध पेयजल, शौचालय, फूड कोर्ट, बजट होटल, थीम पार्क, लॉजिस्टिक पार्क, वाणिज्यिक स्थल और बच्चों के लिए खेलने का क्षेत्र विकसित किया जाएगा. सुरक्षा को देखते हुए सभी हब को अत्याधुनिक सीसीटीवी निगरानी प्रणाली से भी जोड़ा जाएगा.
2022 में वाहनों का शुरू हुआ था आवागमन
जानकारी के लिए बता दें कि इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा और चित्रकूट से होकर गुजरता है. इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में किया था और उद्घाटन जुलाई 2022 में हुआ. यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड को इटावा के रास्ते आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ता है. यूपीईडा के सहायक अभियंता एस.के. यादव के अनुसार, इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम जैसी कंपनियों के साथ चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है.