विशाल भटनागर/मेरठ: हमारी प्रकृति द्वारा हमें विभिन्न प्रकार के ऐसे पेड़ पौधे उपलब्ध कराए गए हैं. जिनमें विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं. जो गंभीर से गंभीर बीमारियों को भी दूर करने में सहायक होते हैं. लेकिन पेड़ों की पहचान न होने के कारण कई बार हम उन पेड़ों के विभिन्न पार्ट का आयुर्वेदिक तौर पर उपयोग नहीं कर पाते हैं.

आज हम आपको एक ऐसे स्थान के बारे में बताएंगे. जहां आप मोबाइल के एक क्लिक के माध्यम से ही पेड़ का नाम, पेड़ के आयुर्वेदिक गुण और उसका किस तरीके से उपयोग कर सकते हैं. उसका पूरा विवरण आसानी से जान पाएंगे. दरअसल, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में संचालित हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट द्वारा सीसीएसयू परिसर के विभिन्न पेड़ों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं. जिनके माध्यम से आप पेड़ों का विवरण जान पाएंगे.

क्लिक करते ही मिल जाएगी जानकारीचौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में संचालित हॉर्टिकल्चर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जितेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि जिस तरीके से ऑनलाइन खरीदारी करते समय विभिन्न डिजिटल पेमेंट के माध्यम से एक क्लिक पर ही पेमेंट कर देते हैं. उसी प्रकार से गूगल लेंस का उपयोग करते हुए आप विश्वविद्यालय परिसर के पेड़ों पर लगे क्यूआर कोड को भी स्कैन कर सकते हैं. जैसे ही आप इसको स्कैन करेंगे. उस पेड़ का नाम प्रजाति आयुर्वेदिक गुण उपयोग की पूरी डिटेल आपको उपलब्ध हो जाएगी.

कैंपस में मौजूद है 11000 से अधिक विशाल पेड़प्रोफेसर ढाका ने बताया कि विश्वविद्यालय कैंपस में लगभग 11000 से अधिक पेड़ मौजूद है. वहीं 70 से अधिक प्रजातियों के 351 पेड़ों पर क्यूआर कोड लगाया गया है. इनमें काफी ऐसे पेड़ है. जिनका आयुर्वेद में मेडिसिन के तौर पर उपयोग किया जाता है. उन्होंने बताया कि कोड को लगाने का यही उद्देश्य है कि आम लोगों को प्रत्येक पेड़ की आसानी से जानकारी मिल सके.

जनता को भी मिल रही है राहतआपको बता दें कि विश्वविद्यालय द्वारा लगाए गए कर कोड की प्रशंसा आम जनमानस भी करते हुए दिखाई दे रहा है. कुछ युवाओं ने लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि आज के समय में मोबाइल प्रत्येक व्यक्ति की जिंदगी का हिस्सा बन गया है. ऐसे में लोग हर बात को मोबाइल पर ही ढूंढना पसंद करते हैं. क्योंकि आसानी से पेड़ों का पूरा विवरण एक क्लिक के माध्यम से जान पाएंगे.
.Tags: Local18, Meerut newsFIRST PUBLISHED : March 17, 2024, 17:25 IST



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