यूपी में यहां बजा हवाई हमले का सायरन, फिर अचानक गूंजने लगी फाइटर जेट की आवाज, मच गई अफरा-तफरी

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चित्रकूट: चित्रकूट में शहर के सीआईसी मैदान में उस समय एक अलग ही नजारा देखने को मिला, जब पाकिस्तान द्वारा संभावित हवाई हमले की आशंका को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा मॉकड्रिल का आयोजन किया गया. इस अभ्यास का उद्देश्य, आमजन को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार करना और सुरक्षा एजेंसियों की आपसी समन्वय क्षमता की परीक्षा लेना था.

जानकारी के लिए बता दें  कि आज सुबह-सुबह ही मैदान में सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग की टीमें अपनी-अपनी तैयारी के साथ पहुंच गई थीं. इसमें सिविल पुलिस, अग्निशमन दल, स्वास्थ्य कर्मी, शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि, एनसीसी कैडेट्स सहित अन्य संबंधित टीमें शामिल थीं. सेना के सेवानिवृत्त अफसरों और पूर्व जवानों ने मौजूद सभी दलों को हवाई हमले के दौरान अपनाई जाने वाली सावधानियों का बारीकी से अभ्यास कराया.

सायरन बजते ही मैदान में दौड़ी सुरक्षा मशीनरी

सुबह ठीक 9 बजे एसपी अरुण कुमार सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व उमेशचंद्र निगम और एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी की उपस्थिति में मॉकड्रिल शुरू हुई. जैसे ही हवाई हमले का सायरन बजा, मैदान में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. यह सब योजनाबद्ध ढंग से हुआ, ताकि असली हमले जैसी स्थिति को महसूस किया जा सके,लोग तुरंत झुककर सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ें. तभी एक के बाद एक फाइटर जेट्स के हमले की आवाजें गूंजीं और बम गिरने का सीन रचा गया. मैदान में धमाकों के साथ ही घायलों को स्ट्रेचर और कंधों के सहारे सुरक्षित बाहर निकालकर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया.

बचाव अग्निशमन और बम निरोधक दल ने संभाला मोर्चा

मॉकड्रिल के दौरान फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाने की त्वरित कार्रवाई की. वहीं बम निरोधक दस्ते ने मैदान में पड़े फटे बिना बचे बमों को निष्क्रिय किया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घायलों का प्राथमिक उपचार किया और गंभीर रूप से घायल लोगों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में रेफर करने की प्रक्रिया अपनाई गई.

एसपी बोले चोरी-छिपे वार कर सकता है दुश्मन 

एसपी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि हमारा पड़ोसी मुल्क कभी भी धोखे से हवाई हमला कर सकता है, ऐसे में जरूरी है कि हम पहले से ही सतर्क रहें. इस मॉकड्रिल का मकसद यही है कि प्रशासनिक और सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ आम नागरिक भी जान सकें कि संकट की घड़ी में क्या करना है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की इतनी हिम्मत नहीं कि वह सीधे हमला कर सके, लेकिन पीछे से वार करने की उसकी आदत रही है. इसलिए हमें कभी भी दुश्मन को कमजोर नहीं समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि कम से कम नुकसान के साथ हम दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दें, इसके लिए सभी को तैयार रहना होगा.

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