रंगेश सिंह/सोनभद्रः उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के ओबरा तापीय परियोजना की तीन इकाइयों में तकनीकी खराबी होने के कारण कई जगहों पर बिजली गुल हो गई. ओबरा बी की 200 मेगावाट क्षमता की तीन इकाइयां तकनीकी खराबी के कारण बंद हो गई, जिससे बिजली उत्पादन लुढ़क गया. 12 वीं इकाई, 9वीं इकाई और 13 वीं इकाई तकनीकी खराबी के कारण बंद हो गई. तीन इकाइयों के बंद होने से प्रदेश के कई हिस्सों में आपात बिजली कटौती करनी पड़ी है.ओबरा जल विद्युत की तीनों इकाइयों को चलाकर 87 मेगावाट और रिहंद जल विद्युत की पांच इकाइयों से 250 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा रहा था. सबसे पहले 200 मेगावाट क्षमता की 12 वीं इकाई रविवार की सुबह 7. 15 बजे आई तकनीकी खराबी के कारण ट्रिप हो गई. अभियंता जब इसकी मरम्मत करने में जुटे हुए थे कि 10 बजकर 51 मिनट पर नौवीं इकाई बंद हो गई. उधर, शाम होते-होते 6 बजकर 12 मिनट पर परियोजना की 13 वीं इकाई भी तकनीकी खराबी के कारण बंद हो गई. तीन इकाइयों के बंद होने से प्रदेश के कई हिस्सों में आपात बिजली कटौती करनी पड़ी. सोनभद्र, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, भदोही समेत प्रदेश के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में बिजली की कटौती करनी पड़ी.
देर शाम तक अभियंताओं की टीम खराबी को दूर कर उन्हें जल्द लाइटअप करने के प्रयास में जुटी रहीं. वहीं बीटीपीएस की 10 वीं इकाई से 137 व 11 वीं इकाई से 103 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा था. ओबरा जल विद्युत की तीनों इकाइयों को चलाकर 87 मेगावाट और रिहंद जल विद्युत की पांच इकाइयों से 250 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा रहा था. इस संबंध में मुख्य महाप्रवंधक इं. आरके अग्रवाल ने बताया कि बारिश में गीला कोयला आने की वजह से तकनीकी खराबी आ रही है, जिससे तीन इकाइयां ट्रिप हुई है. बंद इकाइयों से बिजली उत्पादन शुरू करने के लिए कार्य युद्ध स्तर पर जारी है.FIRST PUBLISHED : August 26, 2024, 07:27 IST
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