Uttar Pradesh

यूपी के इस शहर में कुत्ता, बिल्ली और बंदर सहित पालतू जानवारों के लिए बना श्मशान घाट, नहीं लगेगा कोई चार्ज

आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में हर रोज लगभग 30 से 40 छोटे जानवरों की मौत किसी ना किसी कारणवश हो रही है. मरे हुए कुत्ता, बिल्ली और बंदरों के शवों को लोग बोरियों में बंद कर इधर-उधर फेंक देते हैं .कई बार तो इन जानवरों के शव सड़कों पर पड़े रहते हैं. जो कई दिनों तक सड़ते रहते हैं और उनसे बदबू आती है और इससे कई बीमारियां भी फैलती हैं. अब ऐसा नहीं होगा. आगरा नगर निगम ने अनोखी पहल शुरू की है. अब आगरा उत्तर प्रदेश का ऐसा पहला शहर होगा जहां जानवरों के अंतिम संस्कार के लिये श्मशान घाट होगा. बकायदा पूरे विधि-विधान के साथ इन जानवरों का अंतिम संस्कार किया जाएगा.1,500 मीटर भूमि अंतिम संस्कार के लिए हुई चिन्हितयूपी में आगरा शहर ऐसा पहला शहर होगा जहां छोटे जानवरों के लिए कोई शमशान घाट बनाया जाएगा. नगर निगम द्वारा छोटे जानवरों के अंतिम संस्कार के लिए प्लांट बनाया जा रहा है. नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डा. अजय कुमार सिंह ने बताया कि कुबेरपुर में नगर निगम करीब 1,500 मीटर भूमि पर इस छोटे जानवरों के अंतिम संस्कार के लिए प्लांट का निर्माण कराने जा रहा है. इसके निर्माण के लिए निजी कंपनी को टेंडर दे दिया गया है. प्लांट का निर्माण नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत कराया जा रहा है. प्लांट सीएनजी पर आधारित होगा. जिससे अंतिम संस्कार के समय किसी भी प्रकार का प्रदूषण भी नहीं होगा.स्ट्रीट डॉग और बंदरों के लिए नहीं होगा कोई चार्जहालांकि, पालतू जानवरों के अंतिम संस्कार के लिए चार्ज लिया जाएगा लेकिन बंदर सहित स्ट्रीट डॉग के लिए अंतिम संस्कार के लिये कोई चार्ज नहीं ​लिया जाएगा. इस व्यवस्था से काफी हद तक आवारा जानवरों के शवों के साथ बेकदरी पर लगाम लगेगी. साथ ही अब आवारा जानवरों के शव खुले में नहीं सड़ेंगे.FIRST PUBLISHED : September 5, 2024, 22:04 IST

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