Uttar Pradesh

यूनिवर्सिटी यूपी की, छापेमारी दिल्ली-हरियाणा तक! फेक मार्कशीट का ऐसा जाल, सुबह-सुबह दे दनादन पहुंचे ईडी वाले

हापुड़: मोनार्ड यूनिवर्सिटी फर्जी मार्कशीट मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की. सुबह-सुबह टीम ने 3 राज्यों में छापेमारी की. सबसे पहले तड़के तीन बजे हापुड़ पहुंचीं और एक साथ चार ठिकानों पर छापामारी शुरू कर दी. फिर हरियाणा और नई दिल्ली में भी ईडी ने कार्रवाई की. आइए जानते हैं आखिर मामला क्या है? किसकी गिरफ्तारी हुई थी? अब क्या कुछ खुलासा हुआ?

मोनार्ड यूनिवर्सिटी का फर्जी डिग्री रैकेट साल 2023 से सक्रिय रहा है. इनका काम विश्वविद्यालय फेल छात्रों को 50 हजार से दो लाख रुपये तक लेकर नकली डिग्री और मार्कशीट जारी करना था. ये दस्तावेज वॉट्सएप के जरिए मंगवाए जाते थे. भुगतान यूपीआई, नकद या अन्य रूप में होता था. तैयार डिग्री दो दिन के अंदर कोरियर से पहुंचा दी जाती थी. एसटीएफ की जांच में 5 साल में 18 से 22 करोड़ रुपये की कमाई का अनुमान लगाया गया था. आयकर विभाग अब इसी कमाई के अंतिम ठिकाने की तलाश कर रहा है. वहीं इस मामले में ईडी की भी एंट्री हो गई है.

इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय की यह कार्रवाई मई 2025 में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा उजागर किए गए फर्जी डिग्री घोटाले के वित्तीय पहलुओं से जुड़ी हुई है. उस समय विश्वविद्यालय के चेयरमैन विजेंद्र सिंह हुड्डा, प्रो-चांसलर नितिन कुमार सिंह सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इनमें सनी कश्यप, कुलदीप, विपुल चौधरी, इमरान और संदीप कुमार जैसे कर्मचारी भी शामिल थे जो नकली मार्कशीट और डिग्री तैयार करने में सीधे तौर पर संलिप्त पाए गए थे.

अब यहां हुई कार्रवाई ईडी की पहली टीम हापुड़ के अनवरपुर स्थित मोनाड यूनिवर्सिटी के मुख्य कैंपस में दाखिल हुई, जबकि दूसरी टीम हापुड़ शहर के अर्जुन नगर इलाके में विश्वविद्यालय के पूर्व कर्मचारी सनी कश्यप के आवास पर पहुंची. इसके अलावा तीसरी टीम स्वर्ग आश्रम रोड स्थित विपुल चौधरी और चौथी टीम ने रेलवे रोड स्थित इमरान के घरों पर पहुंची. चारों जगहों पर बारीकी से जांच चल रही है. हालांकि, अधिकारियों ने किसी भी तरह की जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया है.

बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने सभी कंप्यूटरों की हार्ड डिस्क जब्त कर ली हैं और सर्वर रूम को सील कर दिया गया है. कैंपस के मुख्य द्वार पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने घेराबंदी कर रखी है और किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही. विश्वविद्यालय के 200 से अधिक कर्मचारियों को घर भेज दिया गया है, जबकि छात्रों में अपनी डिग्री की वैधता को लेकर बेचैनी का माहौल है.

दूसरी ओर, अर्जुन नगर में सनी कश्यप, रेलवे रोड पर इमरान व स्वर्ग आश्रम रोड पर विपुल चौधरी के घर पर पहुंची टीमों ने सबसे पहले परिवार के सदस्यों को बाहर निकाला और फिर सर्च वारंट दिखाकर तलाशी शुरू की. घरों से नकदी, कुछ बैंक पासबुक और एक लैपटॉप बरामद किया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि रात के सन्नाटे में अचानक 10 से अधिक वाहन पहुंचे और पुलिस ने मोबाइल फोन से फोटो खींचने पर सख्त मनाही कर दी. सनी कश्यप, इमरान और विपुल चौधरी मई में गिरफ्तारी के बाद जमानत पर बाहर आए थे.

You Missed

'बात जमीन की नहीं, सरजमीन की है...', रिलीज हुआ '120 बहादुर' का ट्रेलर

Scroll to Top