Last Updated:May 02, 2025, 14:49 ISTUP Private Bus Permit Scam : यूपी राज्य परिवहन प्राधिकरण के सचिव सगीर अहमद अंसारी ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वाले बस मालिकों की सूची तैयार की जा रही है और नोटिस भेजने का काम जारी है.अब सैकड़ों निजी ऑपरेटरों पर गिरी गाज, जांच में खुल रहे नए राज!लखनऊ : उत्तर प्रदेश में प्राइवेट बस ऑपरेटरों की धोखाधड़ी पर अब योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर परिवहन विभाग ने उन बस मालिकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है जो नियमों को ताक पर रखकर सस्ती दरों पर लिए गए परमिट का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. राज्य परिवहन प्राधिकरण ने ऐसे सैकड़ों बस मालिकों की सूची तैयार की है, जिन्हें कांट्रैक्ट कैरिज परमिट लेकर स्टेज कैरिज सेवा देते हुए पाया गया है. अब इन सभी को नोटिस भेजे जा रहे हैं और जल्द ही बड़ी संख्या में इनके परमिट रद्द करने की तैयारी है.
उत्तर प्रदेश में प्राइवेट बस मालिकों को दो तरह के परमिट दिए जाते हैं –
-कांट्रैक्ट कैरिज परमिट: यह परमिट केवल पार्टी बुकिंग के लिए होता है, जिसमें एक जगह से दूसरी जगह तक तय सवारियों को ले जाया जाता है.
-स्टेज कैरिज परमिट: इसमें बसें रोडवेज की तरह रास्ते में रुक-रुक कर सवारियां बैठा और उतार सकती हैं.
कांट्रैक्ट कैरिज परमिट सस्ता होता है, इसलिए कई बस ऑपरेटर इसे लेकर फुटकर सवारियां ढोते हैं. यह सीधा नियमों का उल्लंघन है और परिवहन निगम को भारी राजस्व नुकसान हो रहा है.
कई बस ऑपरेटर कांट्रैक्ट कैरिज परमिट लेकर रोडवेज जैसी सेवा दे रहे थे. जांच के दौरान ऐसे कई वाहन पकड़े गए हैं. इन पर पहले भी चालान और सीज की कार्रवाई हुई, लेकिन बस मालिक बसें छुड़वाकर फिर से गलत संचालन शुरू कर देते हैं.
कम किराया और ज्यादा सवारियों की वजह से आम लोग प्राइवेट बसों को प्राथमिकता देते हैं, जिससे राज्य परिवहन निगम की आय लगातार घट रही है. राज्य परिवहन प्राधिकरण के सचिव सगीर अहमद अंसारी ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वाले बस मालिकों की सूची तैयार की जा रही है और नोटिस भेजने का काम जारी है. जल्द ही बड़ी संख्या में बसों के परमिट रद्द किए जाएंगे.
Location :Lucknow,Lucknow,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshयोगी सरकार ने कर ली प्राइवेट बस मालिकों की लिस्ट तैयार, अब ये नपेंगे, जान लें