Uttar Pradesh

योगी सरकार का बड़ा फैसला, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े मेले में पशुओं की नो एंट्री, जानें वजह



हाइलाइट्सहापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में गंगा किनारे कार्तिक का मेला लगता हैइस मेले में पश्चिम उत्तर प्रदेश के लगभग 25 लाख श्रद्धालु हर साल आते हैं29 अक्तूबर से गढमुक्तेश्वर में गंगा किनारे स्नान व मेले का आयोजन किया जाना हैमेरठ. पश्चिम उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े कार्तिक मेले में इस बार गोवंश और भैंस वंशों की नो एंट्री रहेगी. पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज के चलते योगी सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है. हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में गंगा किनारे लगने वाले कार्तिक मेले में पश्चिम उत्तर प्रदेश के लगभग 25 लाख श्रद्धालु आते हैं. इस मेले में तमाम किसान और पशुओं के शौकीन अपने भैंसा बुग्गी से पहुंचते हैं और यहां पशुओं की प्रदर्शनी के साथ-साथ विपणन भी किया जाता है, लेकिन लम्पी बीमारी के प्रकोप को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार ने इस बार इस परंपरा पर बैन लगा दिया है.
हापुड़ जिलाधिकारी मेधा रूपम ने सीमावर्ती आसपास के तमाम जिलों को पत्र भेजते हुए कहा कि उनके जिले से कोई भी व्यक्ति हापुड़ में पशु लेकर ना आए, अगर कोई ऐसा करता है तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा, साथ ही जुर्माना लगाते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि इस बीमारी से पशुओं की त्वचा पर गांठनुमा फफोले व घांव हो जाते हैं. पशु को तेज बुखार बना रहता है और वो चारा खाना भी बंद कर देते हैं. पशुओं में गर्भपात हो जाता है. पशु बांझपन के शिकार भी हो जाते हैं. ये बीमारी 3 से 6 सप्ताह तक बनी रहती है. इलाज के बाद पूर्ण स्वस्थ होने में 3 से 4 माह लग जाता है.
मेले प्रदर्शनी में पशुओं के एक स्थान पर एकत्र होने से लक्षणविहीन किन्तु रोग के वाहक पशुओं द्वारा यह बीमारी अन्य सभी संपर्क में आने वाले पशुओं में घातक रूप से फैलने की प्रबल संभावना है, इसलिए खतरे को रोकने के लिए योगी सरकार ने ये फैसला लिया है. यह बीमारी गाय-भैंसों के साथ-साथ घोड़े, गधे, खच्चर, ऊंट एवं हिरन प्रजाति के पशुओं को भी सर्वाधिक प्रभावित करती है. 29 अक्तूबर से गढमुक्तेश्वर में गंगा किनारे स्नान व मेले का आयोजन किया जाना है. इस मेले में अश्व प्रदर्शनी-अश्व विपणन का कार्य भी होता रहा है, ऐसे में मेले में इस पर रोक लगायी गई है. लोगों से अपील की गई है कि वे गंगा स्नान मेले में किसी भी घोड़े, गधे, खच्चर, गाय, बैल व भैंस को न ले आएं. ऐसी किसी भी प्रदर्शनी का आयोजन भी नहीं कराया जाएगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Meerut news, UP news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : October 28, 2022, 07:13 IST



Source link

You Missed

जीएसटी दरों में कटौती से होने वाले नुकसान की भरपाई पर क्या बोलीं वित्त मंत्री
Uttar PradeshSep 19, 2025

२८ लाख दीपों से जगमगेगा राम नगरी, ३५,००० स्वयंसेवकों के साथ विदेशी रामलीला की दिखेगी झांकी

अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां शुरू, 28 लाख दीपों से जगमगेगा राम नगरी अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां…

Scroll to Top