yoga to keep liver kidney and abdomen disease free know how to practice it | पेट, लिवर-किडनी को बीमारियों से बचाता है ये योगासन, जानें अभ्यास का तरीका

admin

yoga to keep liver kidney and abdomen disease free know how to practice it | पेट, लिवर-किडनी को बीमारियों से बचाता है ये योगासन, जानें अभ्यास का तरीका



मोटापा, पाचन संबंधी दिक्कतें, कमजोरी और अंगों की कार्यक्षमता में कमी जैसी समस्याएं आम हो गई हैं. ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी जीवनशैली में छोटे लेकिन असरदार बदलाव करें. योग इसका सबसे सरल और प्रभावी उपाय है. कई ऐसे आसन हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. इन्हीं में से एक है‘काकासन’, जिसे ‘क्रो पोज’भी कहा जाता है.
यह आसन दिखने में जितना सरल है, उतना ही फायदेमंद भी है. इसके नियमित अभ्यास से न केवल चर्बी घटती है, बल्कि लिवर और किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों का कामकाज भी बेहतर होता है.
इसे भी पढ़ें- प्रेग्नेंसी में केस बिगाड़ देगा फैटी लिवर, ये 5 लक्षण दिखते ही, डॉ. को तुरंत बताएं
काकासन के फायदे
– काकासन करने से पेट पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे आंतें बेहतर तरीके से काम करती हैं. इससे कब्ज की समस्या दूर होती है और मल त्याग आसान होता है. पाचन प्रक्रिया बेहतर होती है और पेट हल्का महसूस होता है.
– यह आसन पेट की मांसपेशियों पर खिंचाव डालता है, जिससे वहां जमा फैट धीरे-धीरे कम होता है. इसके नियमित अभ्यास से पेट अंदर जाता है और शरीर फिट दिखता है.
– काकासन करने से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं. खासतौर पर हाथ, पैर और पेट की मसल्स पर अच्छा असर पड़ता है. यह शरीर के संतुलन को बेहतर करता है और लचीलापन लाता है.
– जो लोग लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं उन्हें अक्सर पीठ दर्द की शिकायत रहती है. ऐसे में काकासन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर दर्द से राहत देता है.
– इस आसन से पेट के अंदर के अंगों पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे उनमें ब्लड सर्कुलेशन  बेहतर होता है. इससे लिवर और किडनी अच्छे से काम करते हैं और शरीर से टॉक्सिन आसानी से बाहर निकलते हैं.
काकासन करने का सही तरीका
1. पैरों को कंधों की चौड़ाई में फैलाकर खड़े हों.2. घुटनों को मोड़ें और ऐसे बैठे जैसे कुर्सी पर बैठ रहे हों.3. दोनों हाथों को ज़मीन पर रखें और उंगलियों को फैलाएं.4. अब एड़ियों को ज़मीन से ऊपर उठाएं और हाथों पर संतुलन बनाएं.5. पेट की मांसपेशियों को हल्का अंदर खींचें.6. 5 से 10 बार गहरी सांस लें और कुछ सेकंड्स इस मुद्रा में रहें.
एजेंसी
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.



Source link