चुकंदर की खेती से किसान कम समय में तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं
चुकंदर की खेती अक्टूबर या नवंबर के महीने के लिए सबसे अनुकूल होती है. इसकी खेती से किसान तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं क्योंकि इसकी डिमांड मार्केट में हमेशा अधिक रहती है. चुकंदर की खेती करने वाले किसानों के लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है जिससे वे कम समय में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
चुकंदर की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मिट्टी दोमट और बलुई मिट्टी होती है. इसके अलावा, चुकंदर की बुवाई के लिए खेत की गहरी जुताई करना और खरपतवार नियंत्रण करना आवश्यक है. इसके बाद गोबर वाली खाद का छिड़काव करना चाहिए. चुकंदर के उन्नत किस्म के बीज का चुनाव करना भी आवश्यक है जिससे अधिक पैदावार हो सके. अक्टूबर और नवंबर के महीने में चुकंदर की बुवाई करने वाले किसानों के लिए अर्ली वंडर, टेट्रा डार्क रेड, एमएसएच 102 किस्में उपयोगी हो सकती हैं।
चुकंदर की बुवाई करते समय बीज को 2 सेंटीमीटर की गहराई और 10 सेंटीमीटर की दूरी पर रखना चाहिए. इससे कंद का विकास अच्छा होता है और नमी वाले खेत में उपज अच्छी मिलती है. एक हेक्टेयर में चुकंदर की बुवाई के लिए तकरीबन 14 से 15 किलो के बीज की आवश्यकता होती है. अधिक जल भराव के कारण कंद में सड़न पैदा हो सकती है, इसलिए सही देखरेख से करीब 60 दिनों में फसल पूरी तरह से तैयार होकर मार्केट में बेची जा सकती है.

