पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. ये शहर वैसे तो पीतल नगरी के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर है. लेकिन मुरादाबाद में सुबह और शाम में मिलने वाली पत्ते वाली दाल का नाम भी काफी मशहूर है. मुरादाबाद से जब किसी दूसरे शहर का मुसाफ़िर गुजरता है तो उसकी एक चाहत ये भी रहती है कि वो मुरादाबाद से पीतल का कोई सजावटी उत्पाद खरीदे तो कम से कम एक बार यहां मिलने वाली मशहूर मूंग की दाल का एक पत्ता जरूर खाए.वैसे तो मूंग की दाल हर जगह मिलना आम बात है. लेकिन मुरादाबाद में मिलने वाली मूंग की दाल की खास बात यह है कि इसे चूल्हे पर पकाने से पहले 12 घंटे पानी में भिगोया जाता है. उसके बाद इसे चूल्हे पर बनाया जाता है. दाल बनाने के बाद इसमें कई प्रकार के मसाले डाले जाते हैं. उसका स्वाद और ज़्यादा बढ़ाने के लिए इसमें पनीर, फ्राई मटरी, समोसा आदि भी डाला जाता है. जो दाल को और स्वादिष्ट बना देता है.मूंगदाल के फायदेमैक्स हॉस्पिटल दिल्ली की सीनियर डाइटिशियन डॉ. समरीन फारूक ने बताया कि मूंग की दाल को उत्तम आहार माना गया है. जो पाचन क्रिया को दुरुस्त करती है और पेट में ठंडक पैदा करती है. जिससे पाचन और पेट में गर्मी बढ़ने की समस्या नहीं होती. मूंग की दाल में भरपूर मात्रा में फाइबर, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और प्रोटीन सहित आदि चीज़े होती है. जो शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा करती है. इसके अलावा अन्य पोषक तत्व भी इससे प्राप्त होते हैं.वजन कम करने वालों के लिए फायदेमंदवजन कम करने की चाह रखने वालों के लिए मूंगदाल का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है. डॉ. समरीन फारूक ने बताया कि इसमें 100 से भी कम कैलोरी होती है. इसे खाने के बाद पेट भी लंबे समय तक भरा रहता है. जिससे आप ज्यादा कैलोरी नहीं लेते. शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर मूंग दाल का सेवन लाभकारी होता है. यह अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को शरीर से हटाने में मददगार भी होती है मूंग की दाल के ठेले के स्वामी आनंद यादव ने बताया कि हमारी वर्षों पुरानी दुकान है. जो काफी मशहूर है. दूरदराज से लोग यहां पर मूंग की दाल खाने के लिए आते हैं. तो वहीं मूंग की दाल खाने आए निखिल ने बताया कि वो पीली कोठी स्थित आनंद दाल वालों के यहां दाल खाने आता हैं. यहां की मूंग की दाल बेहद लजीज और स्वादिष्ट है..FIRST PUBLISHED : June 11, 2023, 15:52 IST
Source link

Delhi court restrains gag order against journalists, questions defamation claims by Adani Group
Appearing for Guha Thakurta, senior advocate Trideep Pais argued that based on the September 6 order, AEL can…