ओवेरियन कैंसर से जूझना किसी भी महिला के लिए शारीरिक ही नहीं, बल्कि मेंटल और इमोशनली भी बेहद चुनौतीपूर्ण होता है. कीमोथेरेपी और रेडिएशन जैसे पारंपरिक इलाज जहां शरीर पर गहरा प्रभाव डालते हैं, वहीं आयुर्वेदिक पद्धतियां जैसे प्राणायाम और मेडिटेशन इस कठिन दौर को थोड़ा आसान बना सकती हैं. हाल के वर्षों में विशेषज्ञों ने पाया है कि आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ यदि आयुर्वेद के कुछ उपाय अपनाए जाएं, तो उपचार के अनुभव को बेहतर बनाया जा सकता है.
आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर प्रताप चौहान बताते हैं कि आयुर्वेद भारतीय पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली है, जो शरीर, मन और आत्मा, तीनों को बैलेंस रखने पर बल देती है. ओवेरियन कैंसर से पीड़ित महिलाओं में तनाव, घबराहट, डिप्रेशन और भ्रम जैसी भावनाएं आम होती हैं. ऐसे में मेडिटेशन (मेडिटेशन) उन्हें मानसिक रूप से स्थिर करने में मदद करता है. नियमित मेडिटेशन न केवल मन को शांत करता है, बल्कि यह तनाव हार्मोन कॉर्टिसोल को कम करने में भी सहायक है, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और इलाज की प्रक्रिया तेज होती है.
प्राणायाम के फायदेइसके साथ ही प्राणायाम शारीरिक थकावट, मितली और मांसपेशियों में तनाव जैसी कीमोथेरेपी से जुड़ी परेशानियों को कम कर सकती है. गहरी सांस लेने से शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर होती है, जिससे सेल्स को एनर्जी मिलती है और इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है. इससे थकान में कमी आती है और शरीर में नई स्फूर्ति का संचार होता है.
आती है अच्छी नींदविशेषज्ञों का मानना है कि मेडिटेशन और प्राणायाम के नियमित अभ्यास से न केवल मानसिक स्थिति सुधरती है, बल्कि यह नींद की क्वालिटी बढ़ाता है, चिंता व डिप्रेशन को कम करता है और शरीर में पॉजिटिव एनर्जी बनाए रखता है. आयुर्वेदिक दवा का उद्देश्य शरीर में संपूर्ण संतुलन को बहाल करना है, जो कैंसर के इलाज के दौरान बेहद अहम होता है. हालांकि यह जरूरी है कि कोई भी दूसरी दवा अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें. आयुर्वेदिक उपाय मुख्य इलाज का ऑप्शन नहीं हैं, लेकिन सही मार्गदर्शन के साथ यह उपचार को सहयोग देकर मरीज की लाइफ क्वालिटी में महत्वपूर्ण सुधार ला सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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