Early Signs Of PCOS: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम यानी पीसीओएस एक हार्मोनल डिसऑर्डर है जिससे ओवरी में सिस्ट बन जाते हैं. हालांकि इसका सटीक कारण अभी भी क्लियर नहीं है, लेकिन माना जाता है कि ये जेनेटिक और एनवायरनमेंटल फैक्टर्स के कॉम्बिनेशन से होता है. इरेगुलर पीरियड्स, मुंहासे, शरीर पर हद से ज्यादा बाल उगना, वजन बढ़ना और मूड स्विंग जैसे आम लक्षणों को अक्सर रेगुलर हेल्थ प्रॉब्लम्स के रूप में गलत समझा जाता है, जिससे कई महिलाएं पीसीओएस के शुरुआती लक्षणों को नज़रअंदाज कर देती हैं.
PCOS के शुरुआती लक्षणमशहूर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. सुगुणा दीप्ति कपिला (Dr. Suguna Deepti Kapila) ने इंस्टाग्राम पर इस हार्मोनल डिसऑर्डर के बारे में जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि PCOS अक्सर खामोशी से शुरू होता है, और शुरुआत में इसके लक्षणों को नजरअंदाज करना आम बात है. उन्होंने कुछ शुरुआती लक्षण बताए जिन पर महिलाओं को ध्यान देना चाहिए.
1. इरेगुलर पीरियड्स लेकिन एब्सेंट नहींडॉ. सुगुणा के मुताबिक, PCOS के शुरुआती लक्षणों में आपके पीरियड्स का देर से आना शामिल है, आमतौर पर 35-40 दिनों में, कभी-कभी रेगुलर, कभी-कभी देरी से. उन्होंने महिलाओं को इरेगुलर पीरियड्स के दौरान भूरे रंग के धब्बे और हल्की ब्लीडिंग पर भी ध्यान देने की सलाह दी.
2. वजन बढ़ना, खासकर पेट के एरिया मेंबिना किसी बड़े डाइट चेंजेज के वजन बढ़ना पीसीओएस का एक शुरुआती लक्षण हो सकता है. पेट और कमर की चर्बी बढ़ती है, जिससे आपको अक्सर फूला हुआ महसूस होता है.
3. त्वचा और बालों में हल्के बदलावमहिलाओं को जबड़े या ठुड्डी के एरिया में अचानक मुंहासे, ऑयली स्किन या ऑयली स्कैल्प, ऊपरी होंठ या ठुड्डी पर मोटे बाल, और सिर के ऊपरी हिस्से से ज्यादा बाल झड़ने पर ध्यान देना चाहिए.
4. मीठे की क्रेविंग और एनर्जी में कमीखाने के बाद मीठे की हद से ज्यादा क्रेविंग भी PCOS के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकती है. महिलाओं को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या उन्हें खाने के बाद नींद आती है या सुस्ती महसूस होती है और उन्हें जागते रहने के लिए कैफीन या चीनी पर डिपेंड रहना पड़ता है.
5. स्किन के फोल्ड में कालापनगर्दन, बगल या कमर के एरिया में गहरे मखमली धब्बे भी PCOS के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. हालांकि यह गंदगी या टैनिंग जैसा दिखता है, लेकिन ये दूर नहीं होता और त्वचा को मोटा बना देता है.
6. मूड और नींद में खललमूड स्विंग और एंग्जाइटी, खासकर पीरियड्स के दौरान या उसके आस-पास, को भी सीरियसली लेना चाहिए. महिलाओं को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या उन्हें 8 घंटे की नींद के बाद भी थका हुआ महसूस होता है और उन्हें सोने या सोते रहने में परेशानी होती है.
7. प्रेग्नेंट होने में परेशानीअगर महिलाओं को इरेगुलर ओव्यूलेशन या छूटा हुआ ओव्यूलेशन, पतला एंडोमेट्रियम, या कोई डोमिनेंट फॉलिकल (dominant follicle) नहीं होता है, तो ये PCOS का इशारा हो सकता है.
8. फैमिली हिस्ट्रीकुछ मामलों में, पारिवारिक इतिहास पीसीओएस होने में अहम रोल अदा करता है, और कभी-कभी शुरुआती हार्मोन पिल के नुस्खे भी PCOS की संभावना बढ़ा सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.