सर्दियों में गले की खिचखिच? ये टुकड़ा चबाते ही मिलेगी राहत, बढ़ेगी इम्यूनिटी
सर्दियों का मौसम आ गया है, और साथ ही गले से जुड़ी समस्याएं भी आम हो जाती हैं। खांसी, खराश और आवाज बैठ जाने जैसी परेशानियां हर किसी को परेशान करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सर्दियों में गले की समस्याओं से निपटने के लिए एक आसान और प्राकृतिक तरीका है? हां, यह है मुलेठी!
मुलेठी एक आयुर्वेदिक औषधि है जो स्वाद में हल्की मीठी होती है। यह न केवल गले को आराम देती है, बल्कि फेफड़ों को स्वस्थ रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने में भी कारगर साबित होती है। आयुर्वेद में इसे सर्दी-जुकाम से लेकर त्वचा रोगों तक के इलाज में एक भरोसेमंद औषधि माना गया है।
अलीगढ़ के आयुष चिकित्सक डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि आयुर्वेद में मुलेठी का प्रयोग प्राचीन काल से होता आया है। यह पौधा पूरे देश में पाया जाता है, विशेष रूप से हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे ठंडे क्षेत्रों में इसकी अधिकता देखी जाती है। मुलेठी का उपयोग कई प्रकार की बीमारियों में किया जाता है, खासकर सर्दियों के मौसम में जब गले से संबंधित समस्याएं जैसे गला खराब होना, आवाज बैठ जाना या भारी हो जाना आम हो जाता है।
डॉ. राजेश के अनुसार, आयुर्वेद में मुलेठी को कई रूपों में इस्तेमाल किया जाता है, जैसे चूर्ण, काढ़ा और अर्क। चूर्ण की मात्रा एक से तीन ग्राम तक सुबह-शाम ली जा सकती है, जबकि अर्क 30 से 50 मिली तक सुबह और शाम सेवन करना लाभदायक है। जिन लोगों को गले में दर्द, जलन या आवाज भारी होने की समस्या रहती है, वे मुलेठी का एक छोटा टुकड़ा (तीन ग्राम) मुंह में रखकर धीरे-धीरे चबाएं। उसका रस अंदर जाने से तुरंत आराम महसूस होता है।
सर्दियों में मुलेठी की मांग बढ़ने का मुख्य कारण यह है कि इस मौसम में ठंड और प्रदूषण का असर सबसे पहले गले पर पड़ता है। मुलेठी गले की खराश, खांसी और जलन में राहत देती है और अपनी हल्की मिठास के कारण बच्चों को भी आसानी से दी जा सकती है। डॉ. राजेश कुमार के अनुसार, मुलेठी केवल गले की समस्याओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में भी काम करती है। यह लिवर को मजबूत बनाती है, फेफड़ों को स्वस्थ रखती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है।
इस प्रकार, सर्दियों में गले की समस्याओं से निपटने के लिए मुलेठी एक आसान और प्राकृतिक तरीका है। तो अगली बार जब आपको गले की खिचखिच हो, तो मुलेठी का टुकड़ा चबाएं और तुरंत आराम महसूस करें।

