Brain Tumor Risk: ब्रेन ट्यूमर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है, जिसमें ब्रेन के सेल्स एब्नॉर्मल तरीके से बढ़ने लगती हैं और एक गांठ का रूप ले लेती हैं. पहले ये बीमारी उम्रदराज़ लोगों में अधिक देखी जाती थी, लेकिन अब भारत में युवा और बच्चों में भी ब्रेन ट्यूमर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. भारत में हर साल भारी तादाद मे नए ब्रेन ट्यूमर के केस सामने आते हैं. सवाल ये है कि आखिर इसके पीछे कौन-सी आदतें जिम्मेदार हैं?
1. मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का हद से ज्यादा यूजआजकल मोबाइल, लैपटॉप और वाई-फाई जैसे गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल आम बात हो गई है. घंटों मोबाइल फोन पर बात करना या कान के पास रखकर वीडियो देखना, ब्रेन को इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन के कॉन्टैक्ट में लाता है. रिसर्च में ये बात सामने आई है कि लंबे समय तक रेडिएशन के कॉन्टेक्ट में रहने से ब्रेन टिशू को नुकसान हो सकता है, जिससे ट्यूमर का खतरा बढ़ जाता है.
2. अनहेल्दी लाइफस्टाइल और फास्ट फूड का सेवनजंक फूड, ज्यादा चीनी, फैट और प्रिजर्वेटिव्स से भरे फूड आइटम्स न सिर्फ मोटापा बढ़ाते हैं बल्कि शरीर में कैंसर पैदा करने वाले तत्वों में भी इजाफा करते हैं. लगातार खराब भोजन खाने से शरीर की इम्यूनिटी कम होती है और ब्रेन सेल्स पर नेगेटिव असर पड़ता है.
3. नींद की कमी और तनावब्रेन ट्यूमर के बढ़ते मामलों के पीछे क्रॉनिक स्ट्रेस और नींद की कमी भी बड़ी वजह बन रही है. लगातार मानसिक तनाव, ओवरवर्किंग और आराम न मिलने से ब्रेन पर प्रेशर पड़ता है, जिससे न्यूरल सेल्स पर असर पड़ सकता है.
4. जेनेटिक कारण और अनदेखी करनाअगर परिवार में किसी को ब्रेन ट्यूमर रहा हो तो अगली पीढ़ी में जोखिम बढ़ सकता है. साथ ही, बार-बार सिरदर्द, उल्टी, नजर कमजोर होना जैसे शुरुआती लक्षणों को नज़रअंदाज करना भी बीमारी को गंभीर बना देता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.