Feet Pain: हममें से कई लोग थकान या तनाव के वक्त अपने पैरों की मालिश करवाना पसंद करते हैं. ताज्जुब की बात ये है कि पैरों की हल्की-फुल्की मालिश से ही पूरे शरीर में आराम और दर्द से राहत मिलती है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ पैर दबाने से शरीर का दर्द कैसे दूर हो सकता है? इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण है, जिसे रिफ्लेक्सोलॉजी (Reflexology) कहा जाता है.
क्या है रिफ्लेक्सोलॉजी?रिफ्लेक्सोलॉजी एक तरह की थेरेपी है जिसमें माना जाता है कि हमारे पैरों के तलवों पर शरीर के अलग-अलग अंगों से जुड़े प्रेशर पॉइंट्स होते हैं. जब इन बिंदुओं पर सही तरीके से दबाव डाला जाता है, तो कनेक्टेड ऑर्गंस में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, मसल्स रिलैक्स होते हैं और दर्द कम हो जाता है.
नसों का जाल और नर्व एंडिंग्सहमारे पैरों में करीब 7,000 से ज्यादा नर्व एंडिंग्स होती हैं. जब हम पैरों को दबाते हैं, तो ये नर्व एंडिंग्स एक्टिवेट हो जाती हैं और ब्रेन तक सिग्नल भेजती हैं कि बॉडी को रेस्ट की जरूरत है. इससे दिमाग एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज करता है, जो नेचुरल पेनकिलर की तरह काम करता है.
ब्लड सर्कुलेशन में सुधारपैर दबाने से पैरों और शरीर के दूसरे हिस्सों में ब्लड फ्लो बेहतर होता है. बेहतर खून की स्पलाई से ऑक्सीजन और न्यूट्रीएंट्स अंगों तक जल्दी पहुंचते हैं, जिससे सूजन और मांसपेशियों में खिंचाव जैसी परेशानियां कम होती हैं.
स्ट्रेस और नींद में सुधारपैरों की मालिश न सिर्फ दर्द कम करती है, बल्कि स्ट्रेस और एंग्जाइटी को भी घटाती है. नियमित रूप से पैरों की हल्की मालिश करने से नींद की क्वालिटी भी बेहतर होती है.
किन परेशानियों में फायदा?
1. पीठ दर्द2. सिरदर्द या माइग्रेन3. थकान4. पैरों की सूजन5. नसों का खिंचाव
इस बात को समझेंपैर दबाना सिर्फ एक पारंपरिक घरेलू उपाय नहीं है, बल्कि इसके पीछे साइंटिफिक बेस भी है. ये शरीर को कुदरती तौर से आराम पहुंचाने और दर्द से राहत देने का एक असरदार तरीका है. रोजाना कुछ मिनट पैरों की मालिश करके आप मेंटल और फिजिकल तौर से बेहतर महसूस कर सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.