Who is Ayush Mhatre cricketing journey life story india U19 captain for england tour csk ipl 2025 | Who is Ayush Mhatre: पिता ने दांव पर लगा दी सरकारी नौकरी… नाना ने बना दी तकदीर, कौन है भारत का ये नया सुपरस्टार?

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Who is Ayush Mhatre cricketing journey life story india U19 captain for england tour csk ipl 2025 | Who is Ayush Mhatre: पिता ने दांव पर लगा दी सरकारी नौकरी... नाना ने बना दी तकदीर, कौन है भारत का ये नया सुपरस्टार?



Who is Ayush Mhatre: भारतीय क्रिकेट में ऐसे कई सितारे हैं, जिनकी कहानी सिर्फ मैदान पर उनके प्रदर्शन तक ही सीमित नहीं है. उनकी सफलता के पीछे परिवार का त्याग, समर्पण और अटूट विश्वास है. मौजूदा समय में कई ऐसे ही उभरते सितारे हैं, जो आईपीएल जैसे बड़े मंच पर अपने टैलेंट को दिखाकर भारतीय क्रिकेट टीम का भविष्य बनने की दावेदारी ठोक रहे हैं. ऐसे ही एक चमकते सितारे हैं आयुष म्हात्रे. 
17 साल का यह युवा बल्लेबाज ने आईपीएल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के बाद भारतीय अंडर-19 टीम का कप्तान बन चुका है, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था. आयुष के यहां तक के सफर में उनके परिवार का सबसे अहम योगदान रहा. पिता ने सरकारी नौकरी दांव पर लगा दी, नाना ने आयुष में टैलेंट देखा और उन्हें क्रिकेट अकेडमी में दाखिला दिलाया. आयुष सिर्फ 6 साल के थे जब उन्होंने बल्ला थामा. आइए जानते हैं उनके बारे में…
कौन हैं आयुष म्हात्रे?
ओपनर बल्लेबाज आयुष म्हात्रे का जन्म जुलाई 2007 में हुआ. वह मुंबई के बाहरी इलाके विरार में एक आम परिवार से आते हैं. ईएसपीएन क्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के अनुसार कोचों के साथ काम करने और टॉप क्लास की क्रिकेट सुविधाओं का उपयोग करने के लिए वह एक तरफ से लगभग 80 किलोमीटर की यात्रा करते थे. आयुष के नाना लक्ष्मीकांत नाइक ने उनके सफल क्रिकेट बनने के इस सफर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वह आयुष के नाना ही थे, जिन्होंने आयुष के हर दिन समय पर उठने से लेकर उनके साथ क्रिकेट कोचिंग और स्कूल ले जाने तक उनका हर चीज में ध्यान रखा.
नाना ने पहचाना टैलेंट
आयुष म्हात्रे मुंबई में रहने वाले एक आम परिवार से आते हैं. जब आयुष महज 6 साल के थे, तब उनके नाना लक्ष्मीकांत नाइक ने  उनके टैलेंट को पहचाना. उनके नाना ने उनमें क्रिकेट के प्रति एक स्वाभाविक झुकाव को देखा और एक दिन, जब आयुष बल्ला पकड़े हुए थे, तो लक्ष्मीकांत नाइक को लगा कि यह बच्चा कुछ खास करेगा. उन्होंने तुरंत फैसला किया कि आयुष को क्रिकेट की दुनिया में आगे बढ़ाना है.
बिना किसी देर के लक्ष्मीकांत नाइक आयुष को मुंबई की प्रतिष्ठित दिलीप वेंगसरकर क्रिकेट अकेडमी ले गए. यह उनके नाना का ही फैसला था, जिसने आयुष के क्रिकेट करियर की नींव रखी. उन्होंने आयुष को अकेडमी में दाखिला दिलवाया और उनके शुरुआती ट्रेनिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लक्ष्मीकांत नाइक खुद एक क्रिकेट प्रेमी थे और उन्हें यकीन था कि आयुष में वह चिंगारी है जो उन्हें एक बड़ा खिलाड़ी बना सकती है.
पिता ने दांव पर लगाई सरकारी नौकरी
आयुष की क्रिकेट यात्रा में सिर्फ उनके नाना ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार का सपोर्ट रहा है. खासकर, उनके पिता योगेश म्हात्रे का त्याग. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनके पिता ने आयुष म्हात्रे को क्रिकेट पर पूरी तरह फोकस करने के चलते सरकारी नौकरी का त्याग किया. उन्होंने आयुष की ट्रेनिंग, मैचों और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी आर्थिक और व्यक्तिगत प्राथमिकताओं को बदला. यह एक बड़ा कदम था, क्योंकि सरकारी नौकरी अक्सर भारतीय परिवारों में सुरक्षा और स्थिरता का प्रतीक मानी जाती है. आयुष के पिता ने यह जोखिम उठाया, यह जानते हुए कि उनका बेटा एक दिन बड़ा नाम कमा सकता है.
परिवार का रहा सपोर्ट
उनकी मां ने भी घर के माहौल को हमेशा ऐसा बनाए रखा, जिससे आयुष का ध्यान पूरी तरह खेल पर फोकस्ड रहे. जब उनके नाना लक्ष्मीकांत नाइक की तबीयत खराब हुई, तो आयुष के मामा विजय नाइक ने भी उनकी मदद की और उन्हें क्रिकेट से जोड़े रखा. यह परिवार का सामूहिक प्रयास था, जिसने आयुष को हर कदम पर सहारा दिया.
अब IPL में छा गए आयुष 
आयुष म्हात्रे की मेहनत और परिवार का समर्थन आखिरकार रंग लाया आईपीएल 2025 में. चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने उन्हें चोटिल ऋतुराज गायकवाड़ के स्थान पर 30 लाख रुपये में टीम में शामिल किया. आयुष ने इस मौके को दोनों हाथों से लपका और अपनी बल्लेबाजी से सबको चौंका दिया. उन्होंने आईपीएल 2025 में 6 मैचों में 206 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 34.33 और स्ट्राइक रेट 187.27 रहा. उन्होंने एक शानदार अर्धशतक भी लगाया और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ 94 रनों की उनकी पारी ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया. वह CSK के लिए आईपीएल में डेब्यू करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी बने. उनकी बेखौफ बल्लेबाजी ने क्रिकेट पंडितों और फैंस का ध्यान खींचा. उन्होंने यह दिखा दिया कि कम उम्र में भी बड़े मंच पर कैसे प्रदर्शन किया जाता है.
भारतीय क्रिकेट के फ्यूचर स्टार
आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद आयुष म्हात्रे को उनके करियर का एक और बड़ा तोहफा मिला, जब हाल ही में उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया गया. यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो उनकी नेतृत्व क्षमता और खेल के प्रति उनकी समझ को दर्शाती है. घरेलू क्रिकेट में भी आयुष का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है. उन्होंने मुंबई के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया है और 9 मैचों में 31.50 की औसत से 504 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक शामिल हैं. लिस्ट-ए क्रिकेट में भी उन्होंने 7 मैचों में 65.42 की औसत से 458 रन बनाए हैं और 7 विकेट भी लिए हैं. अंडर-19 एशिया कप में भी उन्होंने भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है.
आयुष ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया था, ‘मेरा परिवार मेरे नानाजी से कहता था कि मेरी नींद खराब मत करो, लेकिन अब उन्हें भी लगता है कि मेरा त्याग रंग ला रहा है.’ आयुष ने अपने माता-पिता को उनके अटूट समर्थन का क्रेडिट दिया, जिन्होंने तमाम चुनौतियों के बावजूद क्रिकेट के अपने सपनों को पूरा करने के लिए उसे हर जरूरी चीज मुहैया कराई. आयुष ने दिसंबर 2023 में पहली बार अंडर-23 स्तर पर मुंबई का प्रतिनिधित्व किया. दस महीने के अंदर उन्होंने सीनियर स्टेट टीम के लिए डेब्यू किया.



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