Red Rice vs Brown Rice: आज के दौर में जब लोग हेल्दी खाने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं, तो व्हाइट राइस की जगह रेड राइस और ब्राउन राइस जैसे ऑप्शंस सामने आ गए हैं. दोनों ही चावल देखने में अलग होते हैं और न्यूट्रीशन में भी काफी फर्क रखते हैं. लेकिन सवाल ये उठता है कि सेहत के लिए इनमें से कौन बेहतर है? आइए जानते हैं इनके फायदे और नुकसान के बारे में.
ब्राउन राइस: क्या है खासियत?ब्राउन राइस, सफेद चावल की तुलना में कम प्रोसेस्ड होता है. इसमें चावल की बाहरी परत यानी ब्रान और जर्म बना रहता है, जो फाइबर और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है.
ब्राउन राइस के फायदे
1. हाई फाइबर कंटेंट के कारण पाचन में मददगार2. ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मददगार3. विटामिन बी, मैग्नीशियम और आयरन का अच्छा सोर्स4. वजन घटाने में मददगार
ब्राउन राइस के नुकसान1. इसमें नैचुरल फाइटिक एसिड होता है, जो कुछ मिनरल्स के एब्जॉब्शन को रोक सकता है.2. हर किसी के डाइजेशन को सूट नहीं करता.3. पकने में ज्यादा वक्त लगता है, जिससे फ्यूल ज्यादा खर्च होता है.
रेड राइस: क्या है खासियत?रेड राइस में एक कुदरती लाल रंग का तत्व होता है जिसे एंथोसाइनिन कहा जाता है, जो एक पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट है. ये भी मिनिमली प्रॉसेस्ड चावल की कैटेगरी में आता है.
रेड राइस के फायदे
1. एंथोसाइनिन की मौजूदगी से एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज2. दिल की सेहत के लिए फायदेमंद3. फाइबर की भरपूर मात्रा4. ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार
रेड राइस के नुकसान
1. ज्यादा मात्रा में सेवन करने पर डाइजेशन में परेशानी हो सकती है.2. बाजार में असली रेड राइस मिलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है.3. इसमें भी फाइटिक एसिड पाया जाता है.
क्या है बेहतर?अगर आप वजन घटाने, डायबिटीज कंट्रोल या फाइबर रिच डाइट चाहते हैं, तो दोनों ही विकल्प अच्छे हैं. हालांकि रेड राइस में एंथोसाइनिन की वजह से एंटीऑक्सीडेंट गुण ज्यादा होते हैं, जबकि ब्राउन राइस ज्यादा आसानी से मिलने वाला और किफायती होता है.
रेड और ब्राउन राइस दोनों ही हेल्दी ऑप्शन हैं, लेकिन सेलेक्शन आपकी सेहत की जरूरतों पर डिपेंड करता है. अगर आप दिल की बीमारियों से बचाव चाहते हैं तो रेड राइस बेहतर है, वहीं डाइजेशन और ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए ब्राउन राइस परफेक्ट है. बैलेंड वे में इनटेक ही हेल्दी लाइफ की तरह हमारा कदम होगा.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.