Water Intoxication: पानी, जिंदगी का मूल आधार है. अगर आप कम पानी पीएं तो खतरा अगर अधिक पानी पी लें तो भी खतरा.यहां सवाल यह है कि क्या अधिक पानी पीने से शरीर में जहर की मात्रा बढ़ जाती है. क्या अधिक पानी जानलेवा है. इसके बारे में शोध के मुताबिक अगर आप कम समय में अधिक पानी पीते हैं तो उसकी वजह से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ जाता है यानी सोडियम, पोटैशियम और कैल्सियम का संतुलन खराब हो जाता है. इसकी वजह से आप किडनी और लिवर की समस्या से दो चार हो सकते हैं.
इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस की दिक्कतवाटर इनटाक्सिकेशन, इलेक्ट्रोलाइट संतुलन में गड़बड़ी पैदा करता है जिसकी वजह से सीरम सोडियम में तेजी से कमी आती है और मौत की वजह बन सकती है. एक मामले में 64 वर्षीय महिला की मौत का हवाला देते हुए बताया गया है कि उसने 30 से 40 गिलास पानी पीया था और वो मर गई थी. हाइपोनेट्रेमिया (कम सोडियम) का विकास, बाह्य ऑस्मोलैलिटी में गिरावट के जवाब में मस्तिष्क कोशिकाओं में पानी की गति के कारण न्यूरोलॉजिकल लक्षणों की वजह बन जाता है.
अधिक मात्रा में पानी ना पीएं पानी जब आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं में प्रवेश करता है तो उसकी वजह से भ्रम, भटकाव, मतली और उल्टी सहित नशे के लक्षणों के साथ सूजन आ जाती है. यदि इलाज न किया जाए तो दौरे पड़ सकते हैं. व्यक्ति कोमा में जा सकता है और मौत भी हो सकती है. जल विषाक्तता के मामले दुर्लभ है. हालांकि यह डरावना लगता है, स्वस्थ व्यक्तियों के लिए सामान्य मात्रा में पानी पीने से जल विषाक्तता से आसानी से बचा जा सकता है. यह बताना मुश्किल है कि व्यक्तियों को कितना पानी पीना चाहिए, लेकिन सामान्य मात्रा में तरल पदार्थ पीने से नशा होने की संभावना नहीं है
No action against men who got Rs 10K under women yojna
PATNA: The Bihar government on Thursday clarified that it would not take ‘coercive action’ against the 470 differently…

