Most Common Disease Caused By Smoking: स्मोकिंग न सिर्फ फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों का बड़ा कारण भी बनता है. आमतौर काफी लोग मानते हैं कि सिगरेट, बीड़ी, या हुक्का पीने से सबसे ज्यादा लंग कैंसर का खतरा होता है, लेकिन ये सही जवाब नहीं है. दरअसल ऐसी ही एक बीमारी है सीओपीडी (Chronic Obstructive Pulmonary Disease), जो स्मोकिंग से जुड़ी सबसे आम और खतरनाक बीमारियों में से एक मानी जाती है. ये डिजीज धीरे-धीरे फेफड़ों की एफिशिएंसी को कमजोर कर देती है और सांस लेने में तकलीफ पैदा करती है.
सीओपीडी क्या है?
सीओपीडी एक लॉन्ग टर्म लंग डिजीज है जिसमें हवा आने-जाने का रास्ता (Airways) तंग हो जाते हैं और फेफड़ों में सूजन आ जाती है. इससे पीड़ित को सांस लेने में कठिनाई होती है. इस बीमारी में दो बड़ी परेशानी आती हैं.
क्रोनिक ब्रोंकाइटिस – लंबे समय तक खांसी और बलगम रहना
एम्फीसेमा – फेफड़ों के एयर सैक्स (Alveoli) को नुकसान पहुंचना
सीओपीडी और स्मोकिंग का रिश्तासीओपीडी का सबसे बड़ा कारण स्मोकिंग (सिगरेट, बीड़ी, हुक्का वगैरह) है. सिगरेट के धुएं में मौजूद टॉक्सिक केमिकल्स फेफड़ों की अंदरूनी परत को नुकसान पहुंचाते हैं. लंबे समय तक स्मोक करने से वायुमार्ग में सूजन और सिकुड़न शुरू हो जाती है, जिससे फेफड़ों की एफिशिएंसी घट जाती है.
सीओपीडी के लक्षण
1. सांस लेने में तकलीफ, खासकर फिजिकल एक्टिविटीज करते वक्त2. लगातार खांसी और बलगम आना3. सीने में जकड़न4. बार-बार फेफड़ों में इंफेक्शन होना5. थकान और कमजोरी
ये लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं, इसलिए लोग अक्सर इसे नजरअंदाज कर देते हैं और इलाज में देरी हो जाती है.
क्या सीओपीडी का इलाज मुमकिन है?सीओपीडी का पूरी तरह इलाज संभव नहीं है, लेकिन सही समय पर पहचान और इलाज से इसके लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है. जब ये डायग्नोज हो जाए, तो आपको कुछ कदम उठाने होंगे, जैसे-
1. स्मोकिंग तुरंत बंद करना2. इनहेलर या नेब्युलाइजर के जरिए दवाइयां3. फेफड़ों की एक्सरसाइज4. ऑक्सीजन थेरेपी (गंभीर मामलों में)
इस बात को समझेंसीओपीडी एक खतरनाक बीमारी है जो धीरे-धीरे लाइफ की क्वालिटी को खराब कर देती है. अगर आप स्मोक करते हैं, तो इसे छोड़ना ही सबसे पहला और जरूरी कदम है. फेफड़ों को बचाने का सबसे अच्छा तरीका है-स्मोकिंग से दूरी और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना. याद रखें, हर सांस कीमती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.