Today’s Weather Report: दिसंबर के दूसरे पखवाड़े की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत का बड़ा हिस्सा घने कोहरे की चपेट में आ गया है. मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक 16 और 17 दिसंबर को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में बेहद घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. वहीं पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में भी सुबह के समय घने कोहरे की वजह से आम जनजीवन को प्रभावित हो सकता है. पहाड़ी राज्यों की बात करें तो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के साथ-साथ पूर्वोत्तर भारत में भी अगले कुछ दिनों तक कोहरे की स्थिति बनी रहने का अनुमान है. वहीं, दिल्ली में ठंड तो बढ़ी है, उसके साथ प्रदूषण भी बढ़ा है. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से हाहाकार मच गया है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश या बर्फबारी की भी संभावना है, जिसकी वजह से ठंड बढ़ सकती है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ, बढ़ती नमी, ठहरी हुई हवाएं और रात के समय तेजी से गिरता तापमान कोहरे के लिए अनुकूल परिस्थितियां बना रहे हैं. इसके अलावा, पश्चिमी जेट स्ट्रीम उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर सक्रिय है, जिससे वातावरण में स्थिरता बनी हुई है. यही कारण है कि मैदानी इलाकों में कोहरा लंबे समय तक टिक रहा है और सुबह देर तक साफ नहीं हो पा रहा है.
बीते 24 घंटों में कैसा रहा मौसम का हालमौसम विभाग के अनुसार, 15 दिसंबर की सुबह तक कई इलाकों में विजिबिलिटी बेहद कम दर्ज की गई. उत्तर प्रदेश के आगरा और प्रयागराज में विजिबिलिटी शून्य मीटर तक पहुंच गई, जबकि ताज आगरा क्षेत्र में यह महज 20 मीटर दर्ज की गई. अलीगढ़, बरेली, वाराणसी, गाजीपुर और इटावा जैसे शहरों में भी 25 से 150 मीटर के बीच विजिबिलिटी रही. वहीं, दिल्ली के सफदरजंग और पालम एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर गई, जिससे फ्लाइट ऑपरेशन पर असर पड़ा. दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से घने कोहरे की वजह से कल 40 फ्लाइट कैंसल की कई थीं.
ट्रेन-फ्लाइट ऑपरेशन के लिए कोहरा बना ब्रेकरइतना ही नहीं, दिल्ली में घने कोहने की वजह से 200 से अधिक फ्लाइट घंटों की देरी से ऑपरेट हुईं. साथ ही, दिल्ली पहुंचने वाली आधा दर्जन से अधिक फ्लाट्स को घने कोहने की वजह से जयपुर और अहमदाबाद के लिए डाइवर्ट कर दिया गया. कुछ यही हाल रेलवे का भी रहा. घने कोहने की वजह से करीब 100 से अधिक ट्रेनें देरी से रहीं. दिल्ली से इतर पंजाब की बात करें तो बठिंडा में 10 मीटर और अमृतसर में 50 मीटर विजिबिलिटी दर्ज की गई, जबकि हरियाणा के हिसार में यह 30 मीटर रही. मध्य प्रदेश के सतना, रीवा और खजुराहो में भी कोहरा बेहद घना रहा.
उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में अगले 2-3 दिनों में लगभग 2°C की गिरावट संभावित है, उसके बाद 2-3°C की वृद्धि हो सकती है. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तराखंड में 15 दिसंबर को और 20-21 दिसंबर के आसपास कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना है. पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश एवं हिमाचल प्रदेश में 15-20 दिसंबर तक सुबह बेहद घना कोहरा रहने की आशंका है. कुछ जगहों पर घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी शून्य रह सकती है. यात्रा में सावधानी बरतने की जरूरत है. – भारतीय मौसम विभाग
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कहां-कहां रहेगा बेहद घना कोहरा16 और 17 दिसंबर को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में सुबह और तड़के के समय घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. इसी तरह पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में भी इन दोनों दिनों में सुबह के समय घना कोहरा देखने को मिल सकता है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित होगा.
अन्य राज्यों में कैसी रहेगी कोहरे की स्थिति?हिमाचल प्रदेश में 16 से 18 दिसंबर तक और पूर्वोत्तर भारत में 16 से 20 दिसंबर तक सुबह के समय घना कोहरा रहने की आशंका है. यह कोहरा खासकर पहाड़ी और निचले इलाकों में ज्यादा प्रभाव डालेगा, जिससे विजिबिलिटी बहुत कम हो सकती है और ऐसे में यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है.
उत्तर प्रदेश में सबसे खराब विजिबिलिटीपश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, बरेली, आगरा, अलीगढ़ और इटावा जैसे शहरों में विजिबिलिटी शून्य से लेकर 150 मीटर तक दर्ज की गई. पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी और गाजीपुर में भी कई जगहों पर विजिबिलिटी लगभग न के बराबर रही. आज भी यही हाल रहने की संभावना है.
कर्नाटक में है जारी रहेगी शीत लहर की स्थितिउत्तर आंतरिक कर्नाटक के कुछ इलाकों में ठंड की लहर यानी कोल्ड वेव की स्थिति बनी रहेगी. इसका असर आम जनजीवन, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और खुले में काम करने वाले लोगों पर ज्यादा देखने को मिल सकता है.
पश्चिमी विक्षोभ और पश्चिमी जेट स्ट्रीम का असरउत्तर पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में ऊपरी हवा में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है. इसके अलावा, उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम सक्रिय है, जिसकी रफ्तार 120 नॉट तक पहुंच रही है. नतीजतन, ठंड, कोहरा और पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश व बर्फबारी की संभावना बढ़ गई है.
इन इलाकों में है तेज बारिश की संभावनादक्षिण तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्रों में निचले स्तर पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है. इसके प्रभाव से तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बारिश की संभावना बनी हुई है. इकसे अलावा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है.
अंडमान-निकोबार में चलती रहेंगी तेज हवाएंअंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 15 से 18 दिसंबर के बीच तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना है. हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे समुद्री गतिविधियां प्रभावित होंगी.
इन इलाकों में और नीचे जा सकता है तापमानजम्मू-कश्मीर और लद्दाख में कई जगह न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य भारत के कई हिस्सों में तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच दर्ज किया गया. देश के मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस पंजाब के बठिंडा में दर्ज किया गया.
कौन से हैं सामान्य से कम तापमान वाले इलाकेकर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, विदर्भ और ओडिशा में कई जगह तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया. इससे ठंड का असर और ज्यादा महसूस किया गया, खासकर सुबह और रात के समय. कुछ राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश और गुजरात में तापमान 1 से 3 डिग्री तक बढ़ा है, जबकि तमिलनाडु और दक्षिण कर्नाटक के कुछ हिस्सों में तापमान 1 से 2 डिग्री तक गिरा है.
आने वाले दिनों में तापमान का पूर्वानुमानउत्तर-पश्चिम भारत में अगले दो दिनों में तापमान करीब 2 डिग्री तक गिर सकता है, जबकि उसके बाद धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी संभव है. अन्य क्षेत्रों में तापमान में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और पूर्वोत्तर भारत में घने कोहरे को लेकर चेतावनी जारी की गई है. खासकर सुबह के समय बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है.
घर से निकलने से पहले ध्यान रखें यह बातकोहरे के कहर और ठंड से बचने के लिए कुछ सावधानी बरतना जरूरी है. सड़क यात्रा करने वाले फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करते हुए धीमी रफ्तार से वाहन चलाएं. घर से निकलने से पहले ट्रैफिक अपडेट जरूर चेक कर लें. बुजुर्ग और बच्चे ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े जरूर पहनें. शीत लहर वाले क्षेत्रों में घर से बाहर निकलते समय सतर्क रहें. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं, इसलिए यात्रा टाल दें या सावधानी बरतें. हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी पिए और सांस की समस्या वाले मास्क जरूर पहनें.

