वर्ल्ड क्रिकेट को अचानक बहुत बड़ा सदमा लगा है.’स्विंग के सुल्तान’ का अचानक निधन हो गया है. क्रिकेट फैंस भी यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि इस दिग्गज क्रिकेटर ने अब दुनिया को अलविदा कह दिया है. 1970 के दशक में अपनी बेहतरीन स्विंग गेंदबाजी से कहर मचाने वाले मुंबई के पूर्व तेज गेंदबाज अब्दुल इस्माइल का निधन हो गया. अब्दुल इस्माइल की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई थी. स्विंग के इस सुल्तान ने 79 साल की उम्र में अंतिम सांस ली.
वर्ल्ड क्रिकेट को लगा बड़ा सदमा
घरेलू क्रिकेट के दिग्गज अब्दुल इस्माइल ने मुंबई (तब बॉम्बे) के लिए अपने प्रदर्शन के कारण ‘स्विंग के सुल्तान’ का खिताब हासिल किया था. अब्दुल इस्माइल के निधन से क्रिकेट जगत में मातम फैला हुआ है. अब्दुल इस्माइल 1970 के दशक में मुंबई के पेस पैक के लीडर थे. अब्दुल इस्माइल ने 75 फर्स्ट क्लास मैचों में 18.08 की औसत से 244 विकेट हासिल किए थे. अब्दुल इस्माइल ने 5 List-A मैचों में 5 विकेट हासिल किए थे. स्विंग पर अब्दुल इस्माइल की पकड़, अथक अनुशासन और अदम्य भावना ने उन्हें क्रिकेट के खेल में मुंबई के स्वर्णिम युग का एक स्तंभ बना दिया.
दुर्भाग्य से भारत के लिए खेलने से चूक गए
अब्दुल इस्माइल उन प्रमुख क्रिकेटरों में से एक हैं, जो दुर्भाग्य से भारत के लिए खेलने से चूक गए. करसन घावरी, एकनाथ सोलकर, पद्माकर शिवालकर और अब्दुल इस्माइल की मौजूदगी से मुंबई की बॉलिंग यूनिट बेहद खतरनाक थी. जनवरी 2025 में अब्दुल इस्माइल को वानखेड़े स्टेडियम की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा सम्मानित किया गया था.
मुंबई के पांच रणजी खिताबों के हीरो
वेस्ट जोन के लिए कई दलीप ट्रॉफी जीत का हिस्सा होने के अलावा इस्माइल मुंबई के पांच रणजी खिताबों के मुख्य वास्तुकार थे. अब्दुल इस्माइल बल्लेबाजों को गलत ड्राइव करने के लिए मजबूर करते थे. अब्दुल इस्माइल ने ईरानी कप में अपना पहला और अंतिम फर्स्ट क्लास मैच खेला. घरेलू क्रिकेट से संन्यास के बाद अब्दुल इस्माइल ने कोचिंग में शामिल होने के अलावा रणजी ट्रॉफी में मुंबई के चयनकर्ता के रूप में भी काम किया. अब्दुल इस्माइल के पिता एक टैक्सी ड्राइवर थे.