विराट कोहली की 18 नंबर की जर्सी के तेवर ही अलग हैं. विराट का युग टी20 और टेस्ट में खत्म हो चुका है. उन्होंने अपने करियर में बड़ी-बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं. वहीं, महिला टीम में 18 नंबर की जर्सी वाली स्मृति मंधाना का जलवा भी उसी तरह का नजर आ रहा है. उन्होंने एक गेंदबाज के चैलेंज पर टी20 में शतक ठोक इतिहास रचा. इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच में मंधाना ने धुआंधार शतकीय पारी खेली. जिसके बाद स्मृति तीनों फॉर्मेट में शतक ठोकने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई हैं.
भारत ने 97 रन से जीता मैच
भारत और इंग्लैंड की टीमें नॉटिंघम में एक-दूसरे को टक्कर देने उतरी थीं. इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. स्मृति मंधाना ने ताबड़तोड़ अंदाज में शुरुआत की और 62 गेंद में 112 रन की पारी को अंजाम दिया. उनके शतक के दम पर टीम इंडिया ने स्कोरबोर्ड पर 210 रन टांग दिए थे. भारत ने 97 रन से मुकाबले को अपने नाम किया और जीत की हीरो मंधाना ही साबित हुईं. उन्होंने मैच के बाद बताया कि अपनी टीम की बॉलर के कहने पर उन्होंने टी20 में भी शतकीय पारी खेली.
क्या बोलीं मंधाना?
मंधाना ने मैच के बाद कहा, ‘तीन दिन पहले, मैं और राधा यादव, हम बातचीत कर रहे थे. ये लड़कियां कभी-कभी मेरे साथ बहुत सख्ती से पेश आती हैं. वह मुझसे कह रही थी, ‘अब समय आ गया है कि तुम टी20I में शतक बनाओ, तुम 70, 80 के स्कोर पर आउट हो रही हो और तुम अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर रही हो. मैंने सोचा, ‘ठीक है, राधा, अब मैं देखूँगी, इस बार मैं कोशिश करूंगी और सीरीज के किसी एक मैच में शतक बनाऊंगी.’
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पहले ही मैच में ठोका शतक
मंधाना ने आगे कहा, ‘मैंने नहीं सोचा था कि यह पहले मैच में आएगा, लेकिन उंगली उसकी ओर थी, कि ‘देखो, मैंने आज इसे हासिल कर लिया. क्योंकि पिछले दस सालों में 70 और 80 के स्कोर पर आउट होना और जब आपके पास टीम को जीत दिलाने का मौका था, तब यह काफी निराशाजनक रहा है. इसलिए मैं खुश हूँ कि मैं रुकी रही और टीम को 19वें और 20वें ओवर तक ले जा सकी.’