Last Updated:June 25, 2025, 18:32 ISTSaharanpur Wood Carving Industry News: सहारनपुर का मशहूर वुड कार्विंग उद्योग संकट में है. अमेरिका के टैरिफ वार और अब ईरान-इजरायल संघर्ष ने इस कारोबार को करोड़ों का झटका दिया है. जिले से करीब 250 करोड़ रुपये का …और पढ़ेंहाइलाइट्ससहारनपुर का वुड कार्विंग उद्योग भारी संकट में है.अमेरिका के टैरिफ के बाद अब ईरान-इजरायल टकराव ने इस उद्योग पर असर डाला है.जिससे स्थानीय उद्यमियों और कारीगरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है.सहारनपुर: दुनिया भर में अपनी लकड़ी पर बारीक नक्काशी के लिए मशहूर सहारनपुर का वुड कार्विंग उद्योग (Saharanpur Wood Carving Industry) एक बार फिर बड़े संकट में आ गया है. पहले रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिका के टैरिफ वार से झटका लगा और अब ईरान-इजरायल टकराव से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं. उद्यमियों की मानें तो इस नए युद्ध के कारण जिले से होने वाला करीब 250 करोड़ रुपये का निर्यात पूरी तरह रुक गया है.दरअसल, सहारनपुर से तैयार माल का करीब 15 फीसदी हिस्सा ईरान समेत अन्य गल्फ देशों में जाता है. लेकिन मौजूदा हालात के चलते ये पूरा कारोबार ठप पड़ गया है. इतना ही नहीं, अमेरिका के टैरिफ बढ़ने की वजह से पहले ही करीब 500 करोड़ रुपये के ऑर्डर होल्ड पर हैं. वहीं अब ईरान-इजरायल युद्ध ने जो नए ऑर्डर आने थे, वो भी रोक दिए गए हैं.
दुनिया भर में मशहूर हैं सहारनपुर का वुडन कार्विंग सहारनपुर का वुड कार्विंग उद्योग भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में अपनी बारीक नक्काशी और लकड़ी पर हाथ के हुनर के लिए जाना जाता है. यहां कारीगर लकड़ी पर सुंदर डिजाइन बनाकर तरह-तरह के फर्नीचर और सजावटी सामान तैयार करते हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों से इस उद्योग पर लगातार संकट बढ़ता जा रहा है.
रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भी यहां के व्यापार को करोड़ों का नुकसान हुआ था. उसके बाद अमेरिका के टैरिफ बढ़ने से भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में सहारनपुर के सामान की डिमांड में भारी गिरावट आई. अब ईरान-इजरायल युद्ध ने हालात और खराब कर दिए हैं. उद्यमियों के मुताबिक, जो वुड कार्विंग कारोबार कभी 2000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था, वह अब घटकर 200 करोड़ रुपये पर आ गया है.
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कारीगर छोड़ रहे काम, कारोबार बंद होने की कगार परलोकल 18 से बात करते हुए वुड कार्विंग निर्यातक शिबानी हनफी ने बताया, “पहले से ही काम बहुत कम हो गया था और अब इजरायल-ईरान युद्ध के बाद जो थोड़े बहुत ऑर्डर आ रहे थे, वो भी बंद हो गए हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पहले ही कारोबार में करीब 50 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी थी और अब हालात और खराब हो गए हैं.”
उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि अगर ये हालात ऐसे ही रहे तो आने वाले समय में सहारनपुर का मशहूर वुड कार्विंग उद्योग पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. कारीगर भी अब मजबूरी में ये काम छोड़कर अन्य धंधों की तरफ जा रहे हैं.
विदेशों में सबसे ज्यादा डिमांडगौरतलब है कि सहारनपुर के नक्काशीदार फर्नीचर और सजावटी सामान की सबसे ज्यादा डिमांड विदेशों में होती है. विदेशों में सहारनपुर का वुड कार्विंग बड़ा नाम बना चुका है. लेकिन लगातार अंतरराष्ट्रीय तनाव और ट्रेड पॉलिसी में बदलाव का सीधा असर इस कारोबार पर पड़ रहा है.Location :Saharanpur,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshविदेशी टकराव ने छीनी सहारनपुर के वुडन कारोबार की चमक! 2000 करोड़ का…