भारत के पूर्व धाकड़ ओपनर वीरेंद्र सहवाग के भाई विनोद सहवाग को दो साल पुराने चेक बाउंस केस मामले में गिरफ्तार किया है, जिसमें उन्हें भगोड़ा घोषित किया गया था. दरअसल, वीरेंद्र सहवाग के भाई विनोद सहवाग को चंडीगढ़ की मनीमाजरा थाना पुलिस ने 7 करोड़ रुपये के चेक बाउंस मामले में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी विनोद सहवाग को कोर्ट में पेश किया, जहां उनके वकील ने तुरंत जमानत याचिका दायर की.
सहवाग ने भाई को किया गया गिरफ्तार
हालांकि, पुलिस ने जमानत याचिका का विरोध किया. मामले में फैसला आना बाकी है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के भाई विनोद सहवाग पर चंडीगढ़ जिला अदालत में 7 करोड़ रुपये के चेक बाउंस मामले में केस चल रहा है. आरोपी की जमानत याचिका पर गुरुवार को स्थानीय अदालत में सुनवाई हुई.
मामले की सुनवाई 10 मार्च तक के लिए स्थगित
आरोपी की जमानत का विरोध करते हुए पुलिस ने दलील दी कि उसने पहले ही अदालत के आदेशों की अवहेलना की है और अगर उसे जमानत दी गई तो वह जमानत की अवधि को पार कर सकता है और वही अपराध दोहरा सकता है. अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए मामले की सुनवाई 10 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी.
2023 में मामला दर्ज किया गया
विनोद और मेसर्स जाल्टा फूड बेवरेजेस प्राइवेट लिमिटेड के दो अन्य निदेशकों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 174-ए (सीआरपीसी की धारा 82 के तहत उद्घोषणा के जवाब में गैर-उपस्थिति) के तहत मनीमाजरा पुलिस स्टेशन में 2023 में मामला दर्ज किया गया है. यह एफआईआर सेक्टर 12, पंचकूला निवासी तथा श्री नैना प्लास्टिक्स बद्दी के मालिक कृष्ण मोहन खन्ना की शिकायत पर दर्ज की गई थी, जब तीनों द्वारा जारी किए गए चेक बैंक द्वारा बाउंस कर दिए गए थे.
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