रिपोर्ट: अभिषेक जायसवाल
वाराणासी. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बंदरों का आतंक जारी है. शहर की कई कॉलोनियों में बंदरों का उत्पात ऐसा है कि हर कोई इससे परेशान है. बंदरों के इस उत्पात के बीच नगर निगम के बंदर पकड़ने के अभियान को बड़ा झटका लगा है. नगर निगम को वन विभाग की ओर से बंदर पकड़ने की अनुमति नहीं मिली है. इस वजह से अब ये अभियान पूरी तरह से ठंडे बस्ते में चला गया है. अभियान के ठंडे बस्ते में जाने के कारण अब शहर में उत्पात मचाने वाले बंदरों की मौज हो गई है.
वाराणसी नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय सिंह ने बताया कि बंदरों के आतंक से शहरी क्षेत्र के लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए टेंडर के जरिए कंपनी का चयन हुआ था और इसके तहत 200 बंदरों को पकड़ने के बाद उन्हें नेचुरल जगह यानी जंगलों में छोड़ा गया था. इसके बाद नगर निगम की ओर से 3 हजार बंदरों को पकड़ने के लिए वन विभाग की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन अभी तक अनुमति नहीं मिलने के कारण इस अभियान को रोका गया है.
इन इलाकों में आतंकजैसे ही वन विभाग से इसके लिए अनुमति मिलेगी फिर से नगर निगम की टीम बंदरों को पकड़ने का काम शुरू करेगी. बताते चलें कि शहर के संकट मोचन, दुर्गाकुंड, लंका, सिगरा, कैंट, चौक सहित कई ऐसे इलाके हैं जहां बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं. कभी ये बंदर लोगों को काटते हैं, तो कभी छतों पर रखे सामानों को इधर उधर फेंकते हैं. इससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Monkey, Monkeys problem, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : September 21, 2022, 17:53 IST
Source link
Road quality non-negotiable, officers and contractors to be held accountable: Nitin Gadkari
Q) With Bihar heading into elections, how does the state compare to others in development across key sectors…

