वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं ने दिवाली का जश्न मनाया, धर्म की एकता का उदाहरण
वाराणसी में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जहां कुछ समय पहले ‘आई लव मोहम्मद’ के नारे गूंजे थे, लेकिन इस बार वही इलाके की मुस्लिम महिलाएं दिवाली का जश्न मनाकर सबको चौंका दीं। यह घटना वाराणसी के एक क्षेत्र में हुई, जहां मुस्लिम महिलाओं ने प्रभु श्री राम की आरती कर दिवाली का उत्सव मनाया।
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नाजनीन अंसारी ने बताया कि हमने मजहब बदला है, धर्म नहीं। धर्म तो सिर्फ एक ही है, जो सनातन है और हम सभी सनातनी हिंदू हैं। अपने पूर्वजों और परम्पराओं से सभी भारतीय एक हैं। बदलते दौर में बस हमारे पूजा करने का तरीका बदल गया है, जिसकी वजह से अपने पूर्वजों और परम्पराओं को छोड़ नहीं सकते हैं।
नाजनीन अंसारी ने आगे कहा कि प्रभु श्री राम हमारे पूर्वज हैं, उनके अयोध्या आने की खुशी में दिवाली का यह उत्सव मनाया जाता है। ऐसे में आज हम भी आरती उतारकर उनका स्वागत कर रहे हैं और उस उत्सव को मना रहे हैं।
इस दिवाली के उत्सव में मुस्लिम महिलाओं ने प्रभु श्री राम की आरती की थाली सजाई और मिलकर सभी में प्रसाद भी वितरण किया। इस दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं मौजूद रहीं और पूरा माहौल रामभक्ति के रंग में रमा दिखा।
नाजनीन अंसारी ने बताया कि प्रभु श्री राम का मतलब सुख, समृद्धि, शांति, दया, प्रेम, करुणा, सम्बन्ध, संस्कार, एकता, त्याग और सम्मान है। केवल राम नाम से यह संभव है, तो हर देश को राम नाम की पूंजी अपने परिवार और देश को बचाने के लिए एकत्र करना चाहिए।
यह घटना वाराणसी में हुई, जहां मुस्लिम महिलाओं ने दिवाली का जश्न मनाकर सबको चौंका दिया। यह एक अनोखा उदाहरण है, जो धर्म की एकता को दर्शाता है।