रिपोर्ट-अभिषेक जायसवालवाराणसी. वाराणसी में बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है. इसका सीधा असर अंतिम संस्कार के लिए मणिकर्णिका घाट आने वाले लोगों पर पड़ेगा. उन्हें अब नये रास्ते से इस घाट तक पहुंचना होगा. पुलिस और स्थानीय अफसरों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वो शव यात्रा लेकर आ रहे लोगों के साथ संयम और सद्भाव बरतें. उन्हें ठीक से नये रास्ते के बारे में समझाएं ताकि किसी तरह का विवाद पैदा न हो.

शहर के व्यस्ततम क्षेत्र में शुमार मैदागिन -काशी विश्वनाथ मंदिर-गोदौलिया मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए गंगा के रास्ते शवयात्रियों को मणिकर्णिका घाट पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. ट्रायल के तौर पर बुधवार को कुछ शव वाहनों को मैदागिन के बजाय भदऊं चुंगी होते हुए महिषासुर घाट ले जाया गया. इसके बाद वहां तैनात एनडीआरएफ को बोट से मणिकर्णिका घाट पहुंचाया गया.

संयम से लें काममहिषासुर घाट से बोट के जरिए मणिकर्णिका घाट जाने के लिए कोई शुल्क भी नहीं देना होगा. एनडीआरएफ की तीन बोट को इसके लिए फिलहाल तैनात किया गया है. एडीशनल सीपी एस चिन्नप्पा ने बताया सभी पुलिसकर्मियों से कहा गया है कि वो शव लेकर आने वालों को धैर्य पूर्वक समझाएं. उन्हें नये रास्ते से जाने के लिए कहें. इसके लिए सभी सम्बन्धित थानों की पुलिस, ट्रैफिक पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है.

जल्द लगाए जाएंगे साइनेजवाराणसी के जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने जानकारी दी कि इस नए रुट के लिए जल्द ही साइनेज भी लगाए जाएंगे और शव लेकर आने वालों के लिए महिषासुर घाट पर एक बड़ा शेड लगवाने का निर्देश भी नगर निगम को दिया गया है.इसके साथ ही वहां पेयजल आदि की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए है.
.Tags: Local18, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : March 27, 2024, 22:46 IST



Source link