हाइलाइट्सIIT BHU के वैज्ञानिकों ने पांच साल की रिसर्च के बाद बैंडेज तैयार किया है. यह बैंडेज और मलहम 15 दिन में घाव भरने में सक्षम है. रिपोर्ट: अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) के वैज्ञानिकों ने बड़ी सफलता हासिल की है. संस्थान के स्कूल ऑफ बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के वैज्ञानिकों ने खास तरह का बैंडेज तैयार किया है. ये बैंडेज गहरे घावों के अलावा जली त्वचा को भी ठीक करने में सहायक होगा. संस्थान के वैज्ञानिकों ने 5 साल की कड़ी मेहनत के बाद इस बैंडेज को तैयार किया है. चूहों पर सफल ट्रायल के बाद अब ह्यूमन ब्लड पर भी इसका ट्रायल किया जा रहा है.
प्रोफेसर संजीव महतो ने बताया कि हमारी रिसर्च टीम ने सोयाबीन के प्रोटीन से पैच (बैंडेज) और मलहम को बनाया है. ये बैंडेज प्राकृतिक रूप से शरीर के सेल को तेजी से बनाने में सहायक है. हमारी टीम ने इसे तैयार करने के बाद चूहों पर इसका सफल ट्रायल भी किया है. इस शोध को अमेरिकन केमिकल सोसाइटी के जर्नल अप्लाइड मैटेरियल्स एंड इंटर फेसेज में प्रकाशित किया गया है.
कोशिकाओं को तेजी से करती है विकसितरिसर्च स्कॉलर नीलिमा वासने ने बताया कि इस बैंडेज और मलहम के प्रभाव में आने वाली कोशिकाएं तेजी से विकसित होती हैं. आमतौर पर जिन घावों को भरने में 1 महीनें का वक्त लगता है उस जगह पर जब हम इसका इस्तेमाल करेंगे तो 15 दिनों में उस पर अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे. खास बात ये है कि सोयाबीन के प्रोटीन को आइसोलेट कर इसे बनाया गया है जो आसानी से और सस्ते रेट पर मिल जाएगी.
ह्यूमन ब्लड पर हो रहा ट्रायलप्रोफेसर महतो ने बताया कि हमारी टीम ह्यूमन ब्लड पर इसके ट्रायल के बाद ह्यूमन बॉडी पर इसके ट्रायल करेगी. इसको लेकर हमारी रिसर्च टीम लगातार काम कर रही है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: IIT BHU, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : July 28, 2022, 10:28 IST
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