डॉ. डोरिलाल ने बताया कि वह आगरा में आंखों का इलाज करते थे. फिर उनको तकलीफ होने लगी, जब जांच कराया तो कैंसर की शिकायत सामने आई. बस उसी क्षण उन्होंने डॉक्टरी छोड़ दी और बचा हुआ जीवन भगवान की शरण में बिताने वृंदावन आ गए. यहां पर…
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मारिजुआना के उपयोग से टाइप 2 मधुमेह के खतरे में काफी अधिक वृद्धि होती है: एक नए अध्ययन से
कैनबिस का सेवन करने वाले वयस्कों को टाइप 2 मधुमेह विकसित होने की संभावना लगभग चार गुना अधिक…