uterus fibroids symptoms| photos of uterus with fibroids| what makes uterine fibroids| बच्चेदानी में गांठ बनने के 5 कारण, यूटेराइन फाइब्रॉयड से बचाव के तरीके

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uterus fibroids symptoms| photos of uterus with fibroids| what makes uterine fibroids| बच्चेदानी में गांठ बनने के 5 कारण, यूटेराइन फाइब्रॉयड से बचाव के तरीके



बच्चेदानी में गांठ की समस्या आज के समय में महिलाओं में बहुत कॉमन होती जा रही है. इसका खतरा पीरियड्स शुरू होने से पहले और मेनोपॉज शुरू होने के बाद बहुत कम होता है. कुछ स्टडी के मुताबिक फाइब्रॉयड के मामले भारत में कंसीव करने की उम्र में लगभग 20-40 प्रतिशत और प्रसव के दौरान 77 प्रतिशत है.  
ऐसे में क्या आपको बार-बार पेट दर्द, भारी ब्लीडिंग और पीठ दर्द की शिकायत है? हो सकता है ये बच्चेदानी में बनने वाली गांठ यानी Uterine Fibroids का संकेत हो. आज हम आपको बताएंगे वो 5 कारण जिनकी वजह से बच्चेदानी में दर्जनों गांठ बन सकती हैं. और समय रहते इलाज न किया जाए, तो यूट्रस निकालने तक की नौबत आ सकती है.
बच्चेदानी में गांठ क्या होती है?
बच्चेदानी में बनने वाली गांठ जिसे रसौली या फाइब्रॉयड कहा जाता है, एक बिनाइन यानी कि कैंसर रहित ट्यूमर होता है. अभी तक इसका कोई सटीक कारण नहीं बता चल सका है, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन अहम भूमिका निभाते हैं. यह गांठ आमतौर पर हार्मोन्स लेवल के हाई होने पर बनते है. 
Fibroids होने के 5 मुख्य कारण 
हाई फैट डेरी फूड्सरेड मीटप्रोसेस्ड फूड्सअल्कोहलरिफाइंड शुगर और कार्ब्स
Fibroids के लक्षण 
ज्यादातर छोटे फाइब्रॉयड होने पर कोई संकेत नहीं नजर आते हैं. लेकिन इन गांठों के बढ़ने से आपको पीरियड्स के दौरान दर्दनाक ब्लीडिंग, ब्लोटिंग, बार-बार पेशाब आना, सेक्स के दौरान दर्द, लोअर बैक पेन, वेजाइनल डिस्चार्ज, कब्ज, रूक-रूककर यूरिन पास होना, पेट का आकार बढ़ने जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. 
Fibroids से बचाव कैसे करें? 
आप फाइब्रॉयड से पूरी तरह से बचाव नहीं कर सकते हैं, लेकिन इसके रिस्क को जरूर कम किया जा सकता है. इसके लिए हेल्दी बॉडी वेट, रेगुलर पेल्विक एग्जाम को सुनिश्चित करें. 
कब होती है Uterus निकालने की जरूरत?
हेल्दी लाइफस्टाइल, ओरल मेडिकेशन की मदद से छोटी गांठों को नेचुरल तरीके से ठीक किया जा सकता है. लेकिन यदि गांठ ज्यादा संख्या, बड़े आकार और गंभीर लक्षणों के साथ बच्चेदानी में मौजूद हैं तो सर्जरी की जरूरत हो सकती है. 40 साल के बाद डॉक्टर आपके हेल्थ कंडीशन के आधार पर यूट्रस निकालने की सलाह दे सकते हैं.
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FAQ
सवाल- बच्चेदानी में गांठ क्यों बनती है?जवाब- यूटेराइन फाइब्रॉयड के रिस्क फैक्टर्स में मोटापा, फैमिली हिस्ट्री, जीरो प्रेग्नेंसी, जल्दी पीरियड्स स्टार्ट होना, लेट मेनोपॉज शामिल हैं. 
सवाल- क्या Fibroids से कैंसर होता है?दजवाब- बच्चेदानी में बनने वाली गांठ कैंसर नहीं होती हैं, लेकिन इसका तुरंत इलाज जरूरी है. आकार बढ़ने से आसपास के ऑर्गन डैमेज हो सकते हैं. 
सवाल- यूट्रस निकालने की सर्जरी कब जरूरी होती है?जवाब-  फाइब्रॉयड, एंडोमेट्रियोसिस, एडिनोमायोसिस, गर्भाशय का आगे बढ़ना, हैवी पीरियड्स, और गायनोलॉजिकल कैंसर होने पर डॉक्टर हिस्टेरेक्टॉमी करने की सलाह दे सकते हैं.  

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)



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