USA launched next generation universal vaccine platform for pandemic prone viruses Like Corona Sars | महामारी रोकने के लिए नेक्स्ट जेनेरेशन वैक्सीन की तैयारी, जानिए वायरस से कैसे होगी हिफाजत

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USA launched next generation universal vaccine platform for pandemic prone viruses Like Corona Sars | महामारी रोकने के लिए नेक्स्ट जेनेरेशन वैक्सीन की तैयारी, जानिए वायरस से कैसे होगी हिफाजत



Vaccine: यूएस डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज (HHS) और नेशनल इंस्टीट्यूट (NIH) ने नेक्स्ट जेनेरेशनस यूनिवर्सल वैक्सीन प्रोग्राम, जेनरेशन गोल्ड स्टैंडर्ड के लॉन्च का ऐलान किया है, जिसे महामारी से जुड़े वायरस से लड़ने के लिए डिजाइन किया गया है. एनआईएच के मुताबिक, बीते गुरुवार को ये प्लेटफॉर्म बीटा-प्रोपियोलैक्टोन (BPL)-इनएक्टिवेटेड, होल-वायरस अप्रोच पर बेस्ड है, ट्रेडिशनल वैक्सीन टेक्नोलॉजी का एक आधुनिक रूप है.
कैसे करेंगे महामारी का मुकाबला?एनआईएच ने एक बयान में कहा कि ये पहल पारदर्शिता, प्रभावशीलता और व्यापक तैयारी की दिशा में एक निर्णायक बदलाव को रिप्रजेंट करती है, जो यूनिवर्सल इन्फ्लूएंजा और कोरोनावायरस वैक्सीन के एनआईएच के इन-हाउस डेवलपमेंट को फंडिंग इनिशिएट करती है, जिसमें उम्मीदवार बीपीएल-1357 और बीपीएल-24910 शामिल हैं. एनआईएच के अनुसार, इन टीकों का मकसद एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा और एसएआरएस-सीओवी-2, एसएआरएस-सीओवी-1 और एमईआरएस-सीओवी सहित कोरोनावायरस जैसे महामारी वाले वायरस के कई वेरिएंट के खिलाफ ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सेफ्टी है.
वायरस के खिलाफ तैयारीएचएचएस सेक्रेटरी रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर (Robert F. Kennedy, Jr) ने कहा, “हमारा कमिटमेंट क्लीयर है, वैक्सीन डेवलपमेंट में हर इनोवेशन गोल्ड स्टैंडर्ड ऑफ साइंस और पारदर्शिता पर आधारित होना चाहिए, और सेफ्टी और इफिकेसी टेस्टिंग के सबसे हाई स्टैंडर्ड के अधीन होना चाहिए.”
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने बताया कि प्रोग्राम बायोमेडिकल एडवांस्ड रिसर्च एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (बार्डा) के संचालन को पब्लिक हेल्थ सर्विस एक्ट के तहत अपने मिशन के साथ अलाइन करता है, जो न सिर्फ मौजूदा वक्त में प्रसारित होने वाले, बल्कि सभी इन्फ्लूएंजा वायरल खतरों के लिए तैयारी कराता है.

नई सरकार, नया कदमये कदम एजेंसी में बड़े पैमाने पर कटौती के बीच आया है, जैसे कि एनआईएच रिसर्च ग्रांट खत्म करना और वर्कफोर्स में कमी करना जिसका मकसद तकरीबन 20,000 एचएचएस कर्मचारियों को इम्पैक्ट करना है. पिछले महीने लीक हुए एक दस्तावेज में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन द्वारा एनआईएच के बजट में तकरीबन 40 फीसदी की कटौती करने की अनौपचारिक योजनाओं का खुलासा हुआ, जो 47 बिलियन डॉलर से घटकर 27 बिलियन डॉलर हो जाएगा.

नया प्रोजेक्टनए प्रोजेक्ट के लिए धन BARDA से आएगा, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों के खिलाफ हेल्थ थ्रेट के काउंटरमेजर के लिए डिजाइन किया गया एक एचएचएस सेंटर है. इस पहल का मकसद बिडेन प्रशासन के प्रोजेक्ट नेक्स्टजेन (Project NextGen)को बदलना है, जो घटती इम्यूनिटी और रेजिस्टेंस को दूर करने के लिए अगली पीढ़ी के कोविड-19 काउंटरमेजर को तेज करने के लिए 5 बिलियन डॉलर की कोशिश है. एक बयान में, एचएचएस के प्रवक्ता ने कहा कि बिडेन-युग का कार्यक्रम “फिजूलखर्ची” वाला था और “व्यापक महामारी की तैयारी की उपेक्षा” कर रहा था.

एनआईएच डायरेक्टर जय भट्टाचार्य (Jay Bhattacharya) ने कहा, “जेनरेशन गोल्ड स्टैंडर्ड एक आदर्श बदलाव है. ये वैक्सीन प्रोटेक्शन को स्ट्रेन स्पेसिफिर लिमिट से परे बढ़ाता है और फ्लू वायरल खतरों के लिए तैयारी करता है, न सिर्फ आज के लिए, बल्कि कल के लिए भी, 21वीं सदी में लाई गई ट्रेडिशनल वैक्सीन टेक्नोलॉजी का यूज करके.” एनआईएच के मुताबिक, यूनिवर्सल इन्फ्लूएंजा वैक्सीन के लिए क्लीनिकल ट्रायल 2026 में शुरू होने वाले हैं, और यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेश (US Food and Drug Administration) की मंजूरी 2029 के लिए टारगेटेड है. 
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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