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US FDA approved diabetes Medicine Sotagliflozin shows promise against heart attack and stroke Study | डायबिटीज की ये दवा से हार्ट अटैक और स्ट्रोक में भी आ सकती है काम, भारतीय मूल के रिर्सचर का दावा



Diabetes Medicine For Heart Attacks: भारतीय मूल के एक शख्स के नेतृत्व में रिसर्चर्स की एक टीम ने पाया है कि टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए हाल ही में यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेश (FDA) द्वारा अप्रूव्ड एक दवा हार्ट अटैक और स्ट्रोक को भी कम कर सकती है. 
कितने लोगों पर हुई रिसर्च10,000 से अधिक प्रतिभागियों को शामिल करने वाले इंटरनेशनल क्लीनिकल ट्रायल में पता चला कि दवा – सोटाग्लिफ्लोज़िन (Sotagliflozin), जो गुर्दे की बीमारी के इलाज के लिए भी अप्रूव की गई है. इन मरीजों में हार्ट से जुड़े रिस्क को भी कम कर सकती है.
सोटाग्लिफ्लोज़िन दवा का असरसोटाग्लिफ्लोज़िन एक सोडियम-ग्लूकोज कोट्रांसपोर्टर (SGLT) इनहिबिटर है. ये 2 प्रोटीन, एसजीएलटी1 और एसजीएलटी2 के काम में रुकावट डालता है, जो सेल मेंबरेन के पार ग्लूकोज और सोडियम को ले जाते हैं और ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. अन्य एसजीएलटी2 इनहिबिटर एसजीएलटी1 को इतनी अहम रूप से अवरुद्ध नहीं करते हैं.
भारतीय मूल के रिसर्चर ने क्या कहा?माउंट सिनाई फुस्टर हार्ट हॉस्पिटल (Mount Sinai Fuster Heart Hospital) के डायरेक्टर और माउंट सिनाई में इकान स्कूल ऑफ मेडिसिन (Icahn School of Medicine) में कार्डियोवस्कुलर मेडिसिन के प्रोफेसर दीपक एल. भट्ट (Deepak L. Bhatt) ने कहा, “ये नतीजे एक्शनके एक नए तंत्र – एसजीएलटी1 रिसेप्टर्स (गुर्दे, आंत, दिल और ब्रेन में पाए जाते हैं) और एसजीएलटी2 रिसेप्टर्स (गुर्दे में पाए जाते हैं) के सोटाग्लिफ्लोज़िन के साथ कंबाइंड ब्लॉकेज – हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए प्रदर्शित करते हैं.”
प्रोफेसर दीपक एल. भट्ट ने कहा, “यहां देखे गए फायदे उन लाभों से अलग हैं जो डायबिटीज, हार्ट फेलियर और किडनी डिजीज के लिए क्लीनिकल यूज में आने वाले दूसरे बेहद पॉपुलर एसजीएलटी2 इनहिबिटर्स के साथ देखे गए हैं.”
रैंडमाइज्ड, मल्टिसेंटर ट्रायल में क्रोनिक किडनी डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज और एडिशनल कार्डियोवेस्कुलर रिस्क फैक्टर्स वाले 10,584 मरीज शामिल थे; और सोटाग्लिफ्लोज़िन की जिंदगी के लिए खतरा पैदा करने वाले दिल से जुड़े आउटकम के जोखिम को कम करने की क्षमता का विश्लेषण किया. प्रतिभागियों को औसतन 16 महीनों तक फॉलो किया गया.
द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी (Lancet Diabetes and Endocrinology) में छपे रिजल्ट से पता चला कि सोटाग्लिफ्लोज़िन ग्रुप के लोगों में प्लेसीबो समूह की तुलना में हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ऐसे कार्डियोवेस्कुलर रिस्क फैक्टर्स से होने वाली मौतों की दर में 23 फीसदी की कमी देखी गई.
प्रोफेसर भट्ट ने कहा कि सोटाग्लिफ्लोज़िन को दिल से जुड़ी परेशानियों की वजह से होने वाली मौतों, हार्ट फेलियर के लिए अस्पताल में भर्ती होने और हार्ट फेलियर या टाइप 2 डायबिटीज, क्रोनिक किडनी डिजीज और दूसरे कार्डियोवेस्कुलर रिस्क फैक्टर्स वाले मरीजों के लिए अर्जेंट हार्ट फेलियर के रिस्क को कम करने के लिए अप्रूव किया गया था. “नए डेटा से पता चलता है कि ये हार्ट अटैक और स्ट्रोक के रिस्क को भी कम करता है, और हम इसके रिजल्ट्स के बाद ज्यादा व्यापक उपयोग देख सकते हैं.”
(इनपुट-आईएएनएस)
 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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