Last Updated:May 05, 2025, 12:05 ISTUPSC CSE 2024 में शक्ति दुबे ने टॉप किया, लेकिन पूर्व आईपीएस ने उनके प्रयासों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने UPSC की कठिनाई और युवाओं पर इससे पड़ने वाले प्रभावों पर भी चिंता जाहिर की है.UPSC CSE 2024, UPSC Topper Shakti Dubey: यूपीएससी टॉपर पर उठे सवाल.हाइलाइट्सशक्ति दुबे ने UPSC CSE 2024 में टॉप किया.पूर्व आईपीएस यशोवर्धन झा ने अटैम्प्ट पर सवाल उठाए.यशोवर्धन ने UPSC की कठिनाई और दबाव पर चिंता जताई.UPSC Topper Story, UPSC CSE 2024: संघ लोक सेवा आयोग सिविल सर्विसेज (UPSC Civil services Exam 2024)की परीक्षा में शक्ति दुबे (UPSC CSE 2024 AIR1) ने टॉप किया, जिसके बाद हर तरफ उनकी तारीफ हो रही है. इसी बीच एक पूर्व आईपीएस ने शक्ति दुबे की इस उपलब्धि पर सवाल उठा दिए हैं जिसके बाद वह चर्चा में हैं आइए आपको बताते हैं कि ये अधिकारी कौन हैं?
UPSC CSE 2024 Topper Shakti Dubey: UPSC टॉपर शक्ति दुबे पर सवाल उठाने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी का नाम है यशोवर्धन झा (Yashovardhan Jha Azad) है.वह 1976 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. यशोवर्धन मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं.वह बिहार के पूर्व सीएम भगवत झा आजाद के पुत्र हैं. यशोवर्धन का जन्म 1954 में हुआ था और उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई बिहार से हुई, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस से पोस्टग्रेजुएशन किया. पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की और उनका सेलेक्शन आईपीएस के लिए हो गया. शुरूआत में उन्हें मध्य प्रदेश कैडर अलॉट किया गया. हालांकि बाद में वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए और वह इंटेलिजेंस ब्यूरो में रहे. वर्ष 1997 में उन्हें आईबी में विशेष निदेशक बनाया गया. आईपीएस से रिटायर होने के बाद डॉ.यशोवर्धन झा केंद्रीय सूचना आयुक्त भी रहे.
UPSC CSE 2024, AIR1: आईपीएस अधिकारी यशोवर्धन झा की पोस्ट.
अब UPSC टॉपर पर उठाए सवालअभी जब हाल ही में यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा के नतीजे आए तो प्रयागराज की शक्ति दुबे ने इस परीक्षा में पहली रैंक हासिल की.शक्ति को यह सफलता पांचवें प्रयास में मिली.उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी 2018 में शुरू कर दी थी.अब पूर्व आईपीएस डॉ.यशोवर्धन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शक्ति दुबे के लगातार प्रयासों पर सवाल उठाए हैं.हालांकि उन्होंने शक्ति की जगह उनका नाम शिखा लिखना भी काफी चर्चा में है.डॉ.यशोवर्धन ने अपनी पोस्ट में सवाल उठाए हैं कि क्या हमें युवाओं को एक परीक्षा के लिए इतने साल अपनी तैयारी ऊर्जा और समय और जीवन को ऐसे गंवाने देना चाहिए.डॉ.यशोवर्धन ने कहा कि UPSC जैसी कठिन परीक्षा युवाओं को मानसिक और आर्थिक दबाव में डालती है. उन्होंने यह भी लिखा कि यूपीएससी की परीक्षा में हर साल लाखों युवा बैठते हैं,लेकिन सेलेक्शन काफी कम लोगों का ही होता है.ऐसे में कई प्रतिभाशाली युवाओं को वर्षों की तैयारी के बाद भी निराशा हाथ लगती है. हालांकि उन्होंने शक्ति दूबे को इस उपलब्धि के लिए बधाई भी दी है.
homecareerUPSC Topper Story: किस पूर्व IPS ने UPSC टॉपर शक्ति दुबे पर उठाए सवाल?