नई दिल्ली (UPPSC PCS Mains). उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा (PCS) सहित अन्य भर्ती परीक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षा से जुड़ा स्पष्टीकरण जारी किया है. हाल ही में यूपीपीएससी पीसीएस प्रीलिम्स रिजल्ट जारी हुआ था. उसे लेकर लगातार विवाद चल रहा था. इसीलिए आयोग ने अपना पक्ष सामने रखा है. दरअसल, आयोग ने पदों की संख्या के मुकाबले 15 गुना उम्मीदवारों के बजाय कम कैंडिडेट्स को ही मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया है. इससे उम्मीदवारों में असमंजस की स्थिति बन गई थी.
इस कंफ्यूजन पर ब्रेक लगाते हुए UPPSC ने साफ किया कि नियमों के हिसाब से PCS समेत अन्य मुख्य परीक्षाओं के लिए रिक्त पदों की तुलना में 15 गुना ज्यादा अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. आयोग ने बताया कि सभी भर्तियों की प्रारंभिक परीक्षाओं में मेरिट के आधार पर 15 गुना कैंडिडेट्स का चयन किया जा रहा है. इससे परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित होती है. कटऑफ, मेरिट और आंसर-की जारी करने की नीति कानूनी विवाद के अधीन है और कोर्ट के आदेश के बाद ही इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
यूपी लोक सेवा आयोग ने दूर किया कंफ्यूजन
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने स्पष्ट किया है कि राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा (PCS) और अन्य प्रारंभिक परीक्षाओं में मुख्य परीक्षा के लिए पदों की संख्या के मुकाबले 15 गुना उम्मीदवारों को सफल किया जा रहा है. आयोग का यह बयान UPPSC प्रीलिम्स एग्जाम 2025 के परिणाम के बाद आया. दरअसल, आयोग पर आरोप लग रहा था कि चयन अनुपात को 15 गुना से घटाकर 12 गुना कर दिया गया है. आयोग ने जोर देकर कहा कि वह नियमों का पूरी तरह से पालन कर रहा है और 15 गुना चयन का नियम पूरी तरह से लागू है.
इन परीक्षाओं पर लागू होता है नियम
UPPSC का 15 गुना चयन का नियम केवल पीसीएस परीक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि आयोग की कई अन्य परीक्षाओं पर भी लागू होता है. इन परीक्षाओं में PCSJ (न्यायिक सेवा), उपनिबंधक (Sub-Registrar), जिला लेखा परीक्षा अधिकारी और एसीएफ/आरएफओ (सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी) भर्ती परीक्षाएं शामिल हैं. आयोग ने सुनिश्चित किया कि इन सभी भर्तियों की मुख्य परीक्षा के लिए पदों की तुलना में 15 गुना कैंडिडेट्स का ही चयन किया जाएगा. इससे यह एक समान और पारदर्शी मानक बनता है.
उम्मीदवारों का चयन कैसे होता है?
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सिलेक्शन प्रोसेस पर रोशनी डालते हुए बताया कि सरकारी नौकरी की प्रारंभिक परीक्षा में उम्मीदवारों का चयन सिर्फ मेरिट के आधार पर किया जाता है. सभी भर्तियों के लिए मेरिट ऑर्डर के अनुसार 15 गुना उम्मीदवारों को चुना जाता है. हालांकि, आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रारंभिक परीक्षा के बाद उम्मीदवारों की मेरिट या कटऑफ तुरंत जारी नहीं की जाती है. इन कैंडिडेट्स का चयन मेरिट के ऑर्डर पर किया जाता है.
कटऑफ और आंसर की कब जारी होगी?
किसी भी परीक्षा के कटऑफ अंक, मेरिट लिस्ट और अंतिम उत्तर कुंजी जारी करने की पॉलिसी के संबंध में UPPSC ने कहा कि वह संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की कार्यप्रणाली का पालन करता है. इस नीति के तहत, प्रारंभिक परीक्षा के अंक, कट-ऑफ और अंतिम उत्तर-कुंजी को तब तक जारी नहीं किया जाता, जब तक कि भर्ती प्रक्रिया का अंतिम परिणाम घोषित न हो जाए. अंतिम परिणाम जारी होने के बाद ही ये सभी डिटेल्स आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे.
कानूनी पेंच और भविष्य की प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने बताया कि कुल नंबर, कटऑफ और अंतिम उत्तर-कुंजी जारी करने से संबंधित वर्तमान मुद्दा इलाहाबाद उच्च न्यायालय में विचाराधीन (लंबित) है. UPPSC ने साफ कर दिया है कि वह अदालत के आदेश का इंतजार करेगा. कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देश के बाद ही इन विवरणों को जारी करने या न करने की आगे की प्रक्रिया और समय-सारणी तय की जाएगी. उम्मीदवारों को सलाह दी गई है कि वे आयोग की वेबसाइट पर ऑफिशियल सूचनाएं चेक करते रहें.

